G-4NBN9P2G16
राजेश कटियार, कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की रियल टाइम उपस्थिति के साथ ही अब मिड-डे मील की भी रियल टाइम मॉनीटरिंग होगी। विभाग में चल रहे डिजिटलाइजेशन के तहत अब मिड-डे मील के वितरण के बाद तुरंत इसकी पूरी सूचना ऑनलाइन अपलोड करनी होगी। महानिदेशक कंचन वर्मा ने हाल ही में एक नया आदेश जारी किया है जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि 15 फरवरी 2024 से समस्त जनपदों के परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्र उपस्थिति पंजिका एवं मध्याह्न भोजन पंजिका का डिजिटल रूप ही मान्य होगा। मैनुअल कार्य प्रणाली को पूर्णतया बंद कर दिया गया है। आदेश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है। अभी हाल ही में एक आदेश जारी किया गया था जिसके तहत सभी 12 रजिस्टरों के डिजिटलाइजेशन के निर्देश दिए गए थे लेकिन अब धीरे-धीरे कर महत्वपूर्ण रजिस्टरों को को डिजिटलाइज्ड कराया जा रहा है ताकि शिक्षक इस प्रक्रिया का विरोध न करें। शुक्रवार को प्रेरणा एप के जरिये व्यवस्थाएं सुचारू करने के लिए परियोजना कार्यालय से अहम दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। नए शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावी होगी।
मध्याह्न भोजन और विद्यार्थियों के लिए भी समय निर्धारित-
परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह 8 से नौ बजे विद्यार्थी की उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। मध्याह्न भोजन के लिए 12 बजे का समय दिया गया है। एक अक्तूबर से 31 मार्च के बीच नौ से दस बजे के बीच छात्र अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। डेढ़ बजे के बीच मध्याहन भोजन की सूचनाएं अपडेट करनी होंगी।
विभाग की ओर से स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को प्रतिदिन दोपहर का भोजन दिया जाता है। इसके लिए विभाग की ओर से निर्धारित सामग्री व धनराशि दी जाती है। इसकी हर माह अपडेट सूचना स्कूल की ओर से विभाग को दी जाती है लेकिन अब इसकी प्रतिदिन रियल टाइम मॉनीटरिंग होगी। विभाग ने निर्देश दिया है कि एमडीएम पंजिका, लाभार्थी संख्या, मेन्यू, खाद्यान्न, लागत में बदलाव आदि की सूचना अपडेट की जाएगी। इसके तहत हर दिन दोपहर भोजन वितरण के बाद इसे अपडेट किया जाएगा। विभाग के अनुसार इससे यह पता चलेगा कि कितने बच्चों को प्रतिदिन भोजन वितरण किया जा रहा है। अगर तीन दिन से अधिक कोई बच्चा नियमित स्कूल नहीं आ रहा है तो विभाग को इसकी जानकारी मिलेगी।
बच्चों को देंगे यूनिक पहचान संख्या-
अधिकारियों के मुताबिक विभाग में चल रहे डिजिटलाइजेशन के साथ प्रवेश पंजिका में बच्चों के नामांकन के साथ ही पूरा विस्तृत विवरण दर्ज किया जाएगा। इसे प्रेरणा ऐप से अपडेट करेंगे। प्रेरणा पोर्टल पर नामांकन करने के बाद सिस्टम उसे एक यूनिक पहचान संख्या एलॉट कर देगा। इसे प्रधानाध्यापक डिजिटल पंजिका में दर्ज करेंगे। इससे बच्चों को किसी भी योजना का लाभ देने या आंकलन करने में भी सहूलियत होगी। विद्यालय में पढ़ाई व परिणाम, स्थानांतरण प्रमाण पत्र में भी यह पहचान संख्या दर्ज होगी।
राजेश कटियार,कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद से जारी अवकाश तालिका के अनुसार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा है।… Read More
कानपुर : सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में आज सुबह अचानक जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पहुँचते ही हड़कंप मच… Read More
मंगलपुर (कानपुर देहात)। मंगलवार सुबह सिकंदरा तहसील क्षेत्र के चमरौआ गांव का मजरा बलवंतपुर में एक दिल दहला देने वाली… Read More
कानपुर देहात में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। गजनेर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में खेत में काम करते… Read More
सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने संबंधी निर्णय पर मुख्यमंत्री… Read More
लखनऊ/ कानपुर देहात। सेवारत शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य की गई टीईटी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने… Read More
This website uses cookies.