1602 परिषदीय विद्यालयों में कक्षा से 1 से 3 तक की नैट परीक्षा संपन्न
निपुण भारत मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सोमवार को जिले के 1602 प्राथमिक एवं संविलियन विद्यालयों में निपुण आकलन परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा एक से तीन तक के नामांकित 46744 छात्रों में से 42189 ने नैट में प्रतिभाग किया। शिक्षकों ने छात्रों से मौखिक प्रश्न किया जिनके जवाब ओएमआर शीट पर शिक्षकों ने स्वयं भरे
- परख एप पर परिणाम अपलोड करने में शाम तक जूझे शिक्षक
कानपुर देहात। निपुण भारत मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सोमवार को जिले के 1602 प्राथमिक एवं संविलियन विद्यालयों में निपुण आकलन परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा एक से तीन तक के नामांकित 46744 छात्रों में से 42189 ने नैट में प्रतिभाग किया। शिक्षकों ने छात्रों से मौखिक प्रश्न किया जिनके जवाब ओएमआर शीट पर शिक्षकों ने स्वयं भरे। भरी हुई ओएमआर शीट को शिक्षकों ने विभाग द्वारा जारी किए गए परख ऐप के माध्यम से स्कैन कर अपलोड किया। परीक्षा के लिए बनाए गए जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम में कार्यरत एसआरजी अनंत त्रिवेदी ने बताया कि परख ऐप को लेकर शिक्षकों के सम्मुख कई तरह की समस्याएं आई। पंजीकृत बच्चों का परख ऐप पर प्रदर्शित न होना तथा जिन बच्चों का नाम काटा जा चुका है उन बच्चों का डाटा परख ऐप पर प्रदर्शित होना आदि प्रमुख समस्याएं रहीं। ओएमआर शीट पर भरे गए गोले भी स्कैनर की पकड़ में नहीं आ रहे थे। सर्वर और नेटवर्क की समस्या के कारण शाम तक शिक्षक परख ऐप पर ओएमआर शीट अपलोड करने को लेकर जूझते रहे। एसआरजी संत कुमार दीक्षित ने बताया कि यह परीक्षा निपुण सूची की दक्षताओं पर आधारित है इसके माध्यम से शिक्षक बच्चों का स्तर जान सकेंगे और उसी के सापेक्ष विद्यालय रणनीतियां, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण एवं उपचारात्मक शिक्षण कर निपुण विद्यालय बना सकेंगे।
एसआरजी अजय गुप्ता ने बताया कि इस नैट परीक्षा को एक उत्सव की तरह शिक्षक-शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, अभिभावकों व छात्र-छात्राओं द्वारा मनाया गया। जिला समन्वयक प्रशिक्षण सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता हेतु जिलाधिकारी द्वारा गठित टास्क फोर्स निरंतर भ्रमणशील रहा। सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, एआरपी भी अपने आवंटित विकासक्षेत्र में लगातार निरीक्षण पर रहे। मंगलवार को कक्षा 4 से कक्षा 8 तक के बच्चों की निपुण एसेसमेंट परीक्षा है, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार मिश्रा द्वारा शिक्षकों को बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए निर्देशित किया गया है।