लखनऊ, अमन यात्रा । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को स्वीकार किया कि वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करना उनकी बड़ी गलती थी। एक टीवी चैनल से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि एक बड़े मिशन को लेकर लेकर कांग्रेस के साथ समझौता किया था। कांग्रेस की तमाम बातें भुलाकर उसे गले लगाया था। अब समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन हुआ है। सभी को साथ लेकर विधानसभा चुनाव जीतेंगे।
सपा अध्यक्ष ने नोएडा की धरती पर कदम न रखने के पीछे का रहस्य भी उजागर किया। उन्होंने बताया कि नोएडा जाने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बच पाती है। हमारे मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ ) नोएडा जा चुके हैं , इसलिए अब दोबारा वह सीएम नहीं बन पाएंगे। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि श्रीकृष्ण हमारे कुल देवता हैं। हम सभी देवी-देवताओं की पूजा अर्चना करते हैं। कोई भी देवता एक व्यक्ति या पार्टी का नहीं होते हैं। इस बार जनता भाजपा को राधे-राधे कह तक सत्ता से विदा कर देगी। उन्होंने कहा मेरे ऊपर जातिवाद के आरोप लगते हैं इस समय जिलाधिकारियों की सूची देखी जानी चाहिए। खुद के अनुभव के सवाल पर कहा कि अधिकारी किसी के नहीं होते हैं, यह हर नेता को समझ लेना चाहिए।
चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित करना चाहती है भाजपा : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ऐसा राजनीतिक दल है जो सिर्फ चुनाव लड़ता है, विकास तथा जनहित से उसका कोई लेना देना नहीं है। भाजपा की रणनीति चुनाव को जटिल बनाने और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित करना है। लोकतंत्र में भाजपा का आचरण हर तरह से अमर्यादित और लोकलाज से परे है। अखिलेश ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने किसानों, नौजवानों के भविष्य को रौंदने का काम किया है। विकास समाजवादी सरकार ने किया, भाजपा बिना कुछ काम किए अपने झूठे दावे कर रही है। मुख्यमंत्री के पास गिनाने को अपना एक काम नहीं है।