“चंद्रशेखर आजाद” भाई की तरह मदद करना चाहते हैं तो उन्हें करनी चाहिए : अखिलेश यादव
चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन न होने पर अखिलेश यादव ने कहा है कि इसके पीछे कोई साजिश लगती है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी कहा कि वो राजी हो गए थे, लेकिन बाहर आकर उन्होंने पता नहीं कहां बात की और मना कर दिया.

लखनऊ,अमन यात्रा : यूपी में सियासी गठजोड़ का दौर चल रहा है, ऐसे में सपा का भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन नहीं हो पाया है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा है कि मैंने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को सीटें दीं, अगर वह भाई की तरह हमारी मदद करना चाहते हैं तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी को हटाने में मदद करनी चाहिए.
चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन न होने पर अखिलेश यादव ने कहा है कि इसके पीछे कोई साजिश लगती है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी कहा कि वो राजी हो गए थे, लेकिन बाहर आकर उन्होंने पता नहीं कहां बात की और मना कर दिया. वहीं आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने अखिलेश यादव को लेकर कहा कि उन्हें हमारी जरूरत नहीं है. अमन यात्रा से खास बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने आगे के रुख को लेकर कहा कि अकेले चुनाव लड़ेंगे या किसी और के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, ये हम सोमवार को बताएंगे.
उन्होंने कहा, ”दो महीने से समाजवादी पार्टी के साथ बातचीत चल रही थी. एक प्रस्ताव पर सहमति बनी हुई थी. शुक्रवार को जब मैं भइया (अखिलेश यादव) से मिला तो उस प्रस्ताव में बदलाव दिखा. मैंने उस बदलाव को ठुकरा दिया. ये लड़ाई मंत्री और विधायक बनने की नहीं है, ये लड़ाई सामाजिक न्याय की है. इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए हम साथ लड़ना चाहते थे.”
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यूपी में बुरा हाल है इस समय, चाहे दलित, वंचित, पिछड़े, मुसलमान, महिलाएं हों…लूट जो यूपी में चल रही है, उस लूट को रोकने के लिए एक बड़ा गठबंधन बनना चाहिए. मैं यह चाह रहा था. उस गठबंधन में मैं भी रहना चाहता था. विपक्ष का बिखराव नहीं चाहता था.
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