अंग्रेजो के शासन में बना झींझक का नहर पुल दे रहा हादसे को दावत
कानपुर देहात के झींझक कस्बे में ब्रिटिश हुकूमत व अंग्रेजों के समय से बने 166 वर्ष पुराने रामगंगा नहर पुल में दरार पड़ चुकी है। इसके साथ ही वहां पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। अपनी 100 वर्ष की मियाद से भी 66 वर्ष पुराना हो चुका यह पुल कभी भी भरभरा के गिर सकता है।
राहुल कुमार/झींझक : कानपुर देहात के झींझक कस्बे में ब्रिटिश हुकूमत व अंग्रेजों के समय से बने 166 वर्ष पुराने रामगंगा नहर पुल में दरार पड़ चुकी है। इसके साथ ही वहां पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। अपनी 100 वर्ष की मियाद से भी 66 वर्ष पुराना हो चुका यह पुल कभी भी भरभरा के गिर सकता है। जिससे सैकड़ो लोगो की जाने जा सकती है और बड़ी घटना हो सकती है. प्रतिदिन एक हजार वाहनों का बोझ झेलने वाले इस पुल पर यदि कोई हादसा हुआ तो इसकी भयावहता का अंदाजा सहज नही लगाया जा सकता है। करीब ढाई लाख लोगों के लिए यह पुल लाइफलाइन का काम करता है, बावजूद इसके जिम्मेदार लगातार अनदेखी कर रहे हैं।
रसूलाबाद रोड पर झींझक कस्बे में निकली निचली रामगंगा नहर पर ब्रिटिश काल में 1854 में पुल का निर्माण कराया गया था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार पुल की मियाद पूरी हो चुकी है। अति जर्जर हो चुके इस पुल के डॉट में दरार तक पड़ चुकी है।
हादसे की आशंका को देखते हुए सिंचाई विभाग ने तीन वर्ष पूर्व पुल से बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। प्रशासनिक उदासीनता के कारण भारी वाहन बेधड़क गुजरते रहते हैं। जगह-जगह दरार होने के कारण वाहनों के गुजरने पर इसमें कंपन्न होता है। पुल को नए सिरे से बनाने की मांग कई बार की जा चुकी है, लेकिन हुआ कुछ नहीं। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण कस्बावासियों में रोष है।साथ ही बड़े हादसे को दावत देता दिखाई दे रहा है झींझक का यह नहर पुल।
क्या कुछ बोले झींझक के जनप्रतिनिधि-
वर्ष 2008 से 2011 के बीच में नगर पालिका परिषद झींझक के चेयरमैन रहे संतोष तिवारी की पत्नी लता तिवारी का कहना है कस्बे का नहरपुल जर्जर होने के चलते वर्ष 1995 से लगातार चिंता जताई गई और उस समय रही वर्तमान सरकारों से नए नहरपुल के निर्माण के लिए मांग की गई थी।
– लता तिवारी – (समाजसेविका झींझक)
वर्ष 2012 व 2017 तक रही समाजवादी पार्टी की सरकार में नगर पालिका परिषद झींझक के तत्कालीन रहे चेयरमैन राजकुमार यादव ने कस्बे के जर्जर नहरपुल को देखते हुए नए नहरपुल को बनवाने के लिए तत्कालीन रहे सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव को पत्र भेजकर मांग की थी, राजकुमार यादव ने बताया प्रदेश के जितने भी जर्जर नहर पुल थे उस समय निर्माण कार्य शुरू हो गया था लेकिन सरकार बदलने पर निर्माण कार्य ठप हो गया और भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ठप पड़े निर्माण कार्य में पंख नहीं लग सके।
– राजकुमार यादव -(पूर्व चेयरमैन झींझक)
नगर पालिका परिषद झींझक में वर्तमान चेयरमैन सरोजिनी संखवार व उनके प्रतिनिधि संतोष त्रिपाठी हैं, जर्जर नहरपुल को लेकर चेयरमैन प्रतिनिधि संतोष त्रिपाठी ने बताया पूर्व में कानपुर देहात आए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नए नहर पुल निर्माण को लेकर मांग पत्र सौंपा गया था, इसके साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कस्बे के जर्जर नहर पुल को लेकर पत्र भेजा गया था।
-सन्तोष त्रिपाठी-(चेयरमैन प्रतिनिधि झींझक)