उत्तरप्रदेशकानपुर देहातफ्रेश न्यूज

अब परमानेंट एजुकेशन नम्बर की मदद से फर्जीवाड़े पर लगेगी रोक, यू-डाइस के जरिए विद्यार्थीयों को पेन नंबर होगा अलॉट

अब फर्जी डिग्री का उपयोग कर नौकरी लगने वाले लोगों का भंडाफोड़ किया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय पैन कार्ड के समान छात्रों को परमानेंट एजुकेशन नम्बर देने की योजना बनाई गई है। इनमें छात्रों के शैक्षणिक योग्यता सम्बन्धी सभी विवरण शामिल होंगे। यू-डाइस (यूनिफाइड़ डिस्ट्रिक इनफॉर्मेशन सिस्टम फोर एजुकेशन) के जरिए ये नंबर तैयार किया जा रहा है। पेन के माध्यम से फर्जी मार्कशीट से नौकरी पर अंकुश लग सकेगा। वहीं सरकारी योजनाओं में फर्जी तरीके से लाभ लेने की सूचना मिलती है

कानपुर देहात। अब फर्जी डिग्री का उपयोग कर नौकरी लगने वाले लोगों का भंडाफोड़ किया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय पैन कार्ड के समान छात्रों को परमानेंट एजुकेशन नम्बर देने की योजना बनाई गई है। इनमें छात्रों के शैक्षणिक योग्यता सम्बन्धी सभी विवरण शामिल होंगे। यू-डाइस (यूनिफाइड़ डिस्ट्रिक इनफॉर्मेशन सिस्टम फोर एजुकेशन) के जरिए ये नंबर तैयार किया जा रहा है। पेन के माध्यम से फर्जी मार्कशीट से नौकरी पर अंकुश लग सकेगा। वहीं सरकारी योजनाओं में फर्जी तरीके से लाभ लेने की सूचना मिलती है। इस पर भी पाबंदी लग सकेगी क्योंकि केवल एक नम्बर के माध्यम से ही विद्यार्थी की सभी प्रकार की सूचनाएं पोर्टल के माध्यम से देखी जा सकेंगी। विद्यार्थियों की 53 प्रकार की सूचनाएं संग्रहित रहेंगी। इसमें विद्यार्थियों की हेल्थ, हाइट, ब्लड ग्रुप व वजन आदि की जानकारी भी रहेगी। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए रजिस्टर्ड स्कूलों का यू-डायस और स्टूडेंट का पेन जारी किया जा रहा है। स्कूल यू-डायस पर स्टूडेंट्स का पूरा रेकॉर्ड आधार, कक्षा, सेक्शन, माता-पिता का नाम, पता, जन्मतिथि वगैरह दर्ज होते हैं। रेकॉर्ड दर्ज करते ही स्टूडेंट का पेन नंबर जनरेट हो जाता है। स्कूलों को टीसी के साथ पेन देने के निर्देश हैं लेकिन नई व्यवस्था के कारण स्कूलों में गलती हो रही है। कई स्कूलों में अभी बच्चों के रेकॉर्ड यू-डायस पर अपलोड नहीं हो सके हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि पेन नंबर की व्यवस्था पिछले साल लागू हुई है। इस सत्र में सभी बच्चों के रेकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएंगे। फिलहाल टीसी के साथ पेन नंबर और यू-डायस कोड लिखने के निर्देश दिए गए हैं।

Print Friendly, PDF & Email
anas quraishi
Author: anas quraishi

SABSE PAHLE

Related Articles

AD
Back to top button