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सम्पूर्ण जनपद में एक साथ एवं एक समय पर जल महा शक्ति अभियान जिसका नाम सीडीओ सौम्या द्वारा “जला अभियान 2022” रखा गया है, का हुआ शुभारंभ
वर्तमान समय में जल की समस्या एक वैश्विक समस्या बनकर उभर रही है, सैमुअल हंटिग्टन ने भविष्यवाणी की है कि आगे तृतीय विश्व युद्ध जल की समस्या को लेकर होगा, इसीक्रम में प्रधानमंत्री के विजन को वास्तविकता में तब्दील करने के लिए और इस महत्वपूर्ण मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी नैहा जैन और मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय ने युद्धस्तर पर जल संरक्षण हेतु तैयारियां शुरू कर दी है.
- मुख्य विकास अधिकारी की विशेष पहल को मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु जिलाधिकारी ने ग्राम मोहाना से जल महा शक्ति अभियान का सांकेतिक रूप से शुभारंभ करते हुए किया आवाहन
- इस जल शक्ति महा अभियान में जन भागीदारी है जरूरी : जिलाधिकारी
- मुख्य विकास की यह विशेष पहल लाएगी रंग, जनभागीदारी से इस जल महा अभियान से कुल 618 ग्राम पंचायतों में लगभग 1337.22 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का होगा संरक्षण
- आदरणीय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी के “कैच द रैन अभियान” अंतर्गत मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पहल करते हुए विभागीय समन्वय से जला अभियान 2022 का हुआ वृहद आवाहन
कानपुर देहात,अमन यात्रा : वर्तमान समय में जल की समस्या एक वैश्विक समस्या बनकर उभर रही है, सैमुअल हंटिग्टन ने भविष्यवाणी की है कि आगे तृतीय विश्व युद्ध जल की समस्या को लेकर होगा, इसीक्रम में प्रधानमंत्री के विजन को वास्तविकता में तब्दील करने के लिए और इस महत्वपूर्ण मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी नैहा जैन और मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय ने युद्धस्तर पर जल संरक्षण हेतु तैयारियां शुरू कर दी है, अपने इसी उद्देश्य को सफल बनाने हेतु आज दिनांक 02 मई 2022 को सरवनखेड़ा विकास खण्ड के ग्राम मोहाना में जल महा शक्ति अभियान जिसका नाम मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ‘‘जला अभिषेक 2022‘‘ दिया गया है, उसका शुभारंभ जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर मोहाना ग्राम पंचायत में किया। इस अवसर पर गांव के समस्त जनों के समक्ष नुक्कड़ नाटक की टीम द्वारा जल संचयन के महत्व को भी प्रदर्शित किया गया, इसके अलावा जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी द्वारा वृक्षारोपण कर जल संचयन के महत्व में पौधों की महत्ता को भी प्रदर्शित किया गया। जिलाधिकारी ने बरगद और मुख्य विकास अधिकारी ने पीपल के पेड़ का रोपण किया।
इस मौके पर बोलते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इस पूरे कार्य की सफलता के लिए मैं मुख्य विकास अधिकारी को विशेष रूप से बधाई देती हूॅ जिन्होंने इस महत्वपूर्ण अभियान को इस जनपद में सभी स्थानों पर शुरू कराया, उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यह कार्यक्रम केवल सरकारी कागजों तक सीमित न रह जाये बल्कि इसको वास्तविक धरातल पर उतारना है, इसमें हर किसी को अपना योगदान देना है, उन्होंने कहा कि चूंकि जनपद का जल स्तर नीचे जा रहा है, इस लिए जरूरी है कि हम सभी पानी की बर्बादी को रोके और एक स्वच्छ और हरे भरे जनपद का निर्माण करें।
इस मौके पर बोलते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जल संरक्षण हम सभी के लिए एक चुनौती है, इसके लिए जरूरी है कि हम सभी उन उपायों को अपनाऐं जिससे जल संरक्षण में मदद मिलती है, जैसे तालाबों का संरक्षण, रूफ टॉप हार्वेस्टिंग इत्यादि इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जन भागीदारी अत्यधिक जरूरी है बिना जन भागीदारी के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सफल नही बनाया जा सकता, जनपद में कुल 7448 तालाब है, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त खंड विकास अधिकारीयों को निर्देशित किया गया है कि जिन जगहों पर अतिक्रमण है उनको शीघ्र हटवाते हुए सुन्दरीकरण करवाया जाए, मुख्य विकास अधिकारी विशेष पहला से जनपद में पहली बार ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण हेतु वाटर बजट बनाया जा रहा है, 618 ग्राम पंचायतें लगभग 13.5 करोड लीटर पानी इस पूरे अभियान में बचायेंगे, पंचायती राज विभाग द्वारा हैण्डपम्पों के पास शोपपिट का निर्माण किया जा रहा है, जिससे जल की बर्बादी को रोका जा सके, प्रधानमंत्री के महत्वपूर्ण विजन अमृत सरोवर का भी संचालन इस जनपद में किया जायेगा, अमृत सरोवर की देख रेख के लिए अमृत सखी का विचार लाया गया है.
अमृत सखी के रूप में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का चयन किया जायेगा, जिससे एक बूॅद पानी बर्बाद न होने पाये, इस मौके पर बच्चों के लिए एक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया एवं बच्चों को सामने ही रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य कराया गया, जिसके पश्चात जिलाधिकारी ने विजेता बच्चों को पुरस्कृत भी किया। मुख्य विकास अधिकारी ने जिले की जल स्थिति को जानने के लिए सेटेलाइट से सारा डाटा एकत्र किया, साथ ही उन्होंने ‘‘ई-पहल‘‘ नामक एक एप का निर्माण भी किया गया, जिस पर जल संरक्षण सम्बन्धी सम्पूर्ण गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध हो जायेगी। माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम जनपद में आजादी के अमृत महोत्सव पर 15 अगस्त को अमृत सरोवर में झंडा रोहण का कार्य किया जाएगा जिसके क्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जनपद के समस्त ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत , जिला पंचायत अमृत सरोवर बनाये जाने हेतु निर्देशित किया गया है साथ ही ग्राम को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किये जाने के साथ ही इन अमृत सरोवर में शुद्ध जल संचयन किये जाने हेतु भी निर्देश प्रदान किये गए है। आदरणीय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी के “कैच द रैन अभियान” अंतर्गत मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पहल करते हुए विभागीय समन्वय स्थापित किया गया जिसमे जिला पंचायत राज अधिकारी, भू गर्भ विभाग, भूमि संरक्षण अधिकारी,जिला पंचायत, नगर निकाय आदि विभागों द्वारा प्रतिभाग करते हुए जल संचायत का कार्य वृहद स्तर पर किया जा रहा है। जनपद की मुख्य विकास अधिकारी द्वारा एक पहल और की गयी जिसका नाम वन ब्लॉक वन बीहड़ भूमि सुधार अंतर्गत जनपद की बीहड़ भूमियों का सुधार ज्यादा से ज्यादा किया जाएगा ।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा इस महा अभियान से अगर हम ब्लाक अनुसार गणना करें तो हर ब्लाक में निम्न मात्रा में जल संरक्षित होगा, अकबरपुर ब्लाक में कुल 59 तालाब और 7 अमृत सरोवरों और 59 रूफ हार्वेस्टिंग से कुल 97.15 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। इसी तरह अमरौधा में कुल 64 तालाबों और 8 अमृत सरोवरों और 64 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से कुल 165.45 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। इसी तरह डेरापुर में 55 तालाबों और 7 अमृत सरोवरों और 55 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से 112.05 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। झींझक में 46 तालाबों और 5 अमृत सरोवरों और 46 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से 110.2 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा।
मैथा में 74 तालाब, 9 अमृत सरोवरों और 74 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से 185.8 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। मलासा में 65 तालाब, 8 अमृत सरोवरों और 65 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से 68.25 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। राजपुर में 57 तालाब, 7 अमृत सरोवरों और 56 रूप टॉप से 191.85 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। रसूलाबाद 91 तालाब, 11 अमृत सरोवरों और 91 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से 128 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। संदलपुर 57 तालाब, 7 अमृत सरोवरों और 57 वाटर हार्वेस्टिंग से 97.42 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। सरवनखेड़ा में 51 तालाब, 6 अमृत सरोवरो और 51 रूफ टॉप हार्वेस्टिंग से 181.05 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। इस तरह कुल 618 ग्राम पंचायतों में लगभग 1337.22 मीट्रिक/क्यूविक लाख जल का संरक्षण होगा। इसी तरह तालाबों से कब्जा हटावाये जाने हेतु उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धारा 67 के अन्तर्गत कार्यवाही की जा रही है, इसी तरह से नगर पंचायतों में भी जल को संरक्षित किया जा रहा है। इस तरह से जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के विशेष पहल पर जनपद कानपुर देहात में जल संरक्षण को लेकर एक विशाल मुहिम शुरू की गयी है, जिसका उद्देश्य है कि जनपद को न केवल वर्तमान में अपितु भविष्य में भी जल के अभाव से नागरिकों को निजात दिलाना है।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी अकबरपुर वागीश कुमार शुक्ला, जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, जिला सूचना अधिकारी नरेन्द्र मोहन, ब्लाक प्रमुख पति सरवनखेड़ा, ग्राम प्रधान, खण्ड विकास अधिकारी सरवनखेड़ा, सचिव आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।