औरैयाउत्तरप्रदेश
बोर्ड बैठक में ईओ पर बोला गया हमला,ईओ ने भागकर बचाई जान
नगर पंचायत बोर्ड की मंगलवार को हुई बैठक में बवाल हो गया। अधिशाषी अधिकारी मोनिका उमराव ने कहा कि उनके ऊपर हमला हुआ और उन्होंने दूसरे कमरे में भागकर खुद को बंद कर अपनी जान बचाई।
- ईओ ने नगर पंचायत अध्यक्ष समेत दो सभासदों के खिलाफ देर रात कराई रिपोर्ट दर्ज
- नगर पंचायत अध्यक्ष ने भी ईओ के खिलाफ दी तहरीर
- इंस्पेक्टर ने रिपोर्ट लिखने से किया मना ,कहा क्रास रिपोर्ट नहीं लिखेंगे
दिबियापुर,औरैया। नगर पंचायत बोर्ड की मंगलवार को हुई बैठक में बवाल हो गया। अधिशाषी अधिकारी मोनिका उमराव ने कहा कि उनके ऊपर हमला हुआ और उन्होंने दूसरे कमरे में भागकर खुद को बंद कर अपनी जान बचाई। उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष अरविंद पोरवाल और कुछ सभासदों के ऊपर आरोप लगाए हैं। देर रात अधिशासी अधिकारी मोनिका उमराव ने दिबियापुर थाने में दी तहरीर में कहा है कि गत 12 मई को उन्होंने नगर में अतिक्रमण हटाए जाने के लिए मुनादी कराई थी। नगर पंचायत अध्यक्ष ने मुनादी करने वाले कर्मचारी से लेटर मंगवाकर नगर के दो व्यापारियों के नाम अपने स्तर से जोड़ दिए थे , जिसकी उन्होंने उच्चाधिकारियों को सूचना दी थी।
इस पर उच्चाधिकारियों ने रिपोर्ट दर्ज कराने का निर्देश दिया था। इसके बाद से उक्त मामले में एफआईआर दर्ज न कराने का दवाब बनाते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा अधिशासी अधिकारी का लगातार मानसिक शोषण कर उत्पीड़न किया जा रहा है। आरोप है कि मंगलवार को नगर पंचायत बोर्ड बैठक के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष व उनके समर्थक सभासदों की ओर से अधिशाषी अधिकारी को पहले धमकाया गया, गालियां दी गई और फिर उन पर हमला कर दिया गया।मोनिका उमराव का कहना है कि उन्होंने बैठक से भागकर खुद को दूसरे कमरे में बंद कर अपनी जान बचाई। उनका कहना है कि उन्हें एससी/एसटी एक्ट में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी गई है।
दिबियापुर थाना प्रभारी शशिभूषण मिश्र का कहना है कि अधिशाषी अधिकारी के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर अध्यक्ष समेत दो सभासदों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। घटना को उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया। उधर नगर पंचायत बोर्ड की बजट बैठक में 18 करोड़ 56 लाख का बजट पारित हुआ।पिछले वर्ष यह बजट 18 करोड़ 39 लाख रुपये था। चेयरमैन अरविंद पोरवाल, ईओ मोनिका उमराव, वरिष्ठ लिपिक नरेंद्र सिंह राजावत के साथ सभासद साधना सिंह, अखिलेश कुमार, सचिन गुप्ता, राहुल दीक्षित, राधा राजपूत, रानी देवी, रेखा, गीता देवी, मालती देवी, रजत यादव, प्रदीप कुमार, ज्ञानेंद्र रघुवंशी, रवि प्रकाश, प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहे। हालांकि ईओ , चेयरमैन , सभासदों की तकरार के बाद बजट पर अधिशाषी अधिकारी मोनिका उमराव के हस्ताक्षर नहीं हो सके थे। सोशल मीडिया में इस घटना को लेकर लोग तरह तरह की पोस्ट कर रहे है।
वहीं दूसरे दिन नगर पंचायत अध्यक्ष दिबियापुर अरविंद पोरवाल अपने सभासद साथियों के साथ थाने पहुंचे और र्इआे के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने की तहरीर दी, लेकिन दिबियापुर इंस्पेक्टर शशिभूषण मिश्रा ने क्रास रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया। इसके बाद चेयरमैन व सभासद थाने से लौट गए और उच्चाधिकारियों के पास जाने की तैयारी कर रहे थे , उधर ईओ भी प्रशासनिक अधिकारियों के पास पूरे मामले का विवरण बताने के लिए गई थी।