प्रयागराज : फूलपुर ग्रामीण इलाकों में तालाब की भूमि भूमाफियाओं द्वारा अवैध तरीके से हल्का लेखपाल के संरक्षण मिलने पर कब्जा कर ली गई है। वहीं मामले की शिकायत करने के बाद भी सरकारी तालाब पर दबंग भूमाफियाओं द्वारा किए गए अतिक्रमण को मुक्त नहीं कराया जा रहा है। हाईकोर्ट का आदेश पहले से ही जारी है कि सरकारी तालाब की जमीन पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जाना चाहिए और यदि अतिक्रमण किया गया है तो उसे अविलंब अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। लेकिन कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना करने से निम्न स्तर के अधिकारी व कर्मचारी बाज नहीं आ रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी सरकारी तालाबों की जमीनों को संरक्षित करने तथा अवैध कब्जे से कब्जा मुक्त कराने का फरमान जारी किया है। इसके बावजूद राजस्व कर्मियों की हिटलरशाही के चलते कोर्ट व सरकार के आदेश व फरमान रद्दी के भाव में चल रहे हैं। राजस्व कर्मियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। बात करें राजस्व कर्मियों की तो वह सब भूमाफियाओं से मोटी लेकर अवैध कब्जे को मुक्त नहीं करवाना चाहते। कुछ इसी तरह का मामला प्रयागराज जनपद के फूलपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चिंतामनपुर का है जहां मामला सरकारी तालाब की जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे को लेकर उलझा हुआ है। उक्त प्रकरण में संबंधित अधिकारियों को उक्त मामले से अवगत कराते हुए शिकायती प्रार्थनापत्र देते हुए मामले में कार्यवाही करते हुए सरकारी तालाब की जमीन को अवैध कब्जा मुक्त कराने की शिकायत की गई है लेकिन वहीं क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व निरीक्षक द्वारा उपरोक्त गांव निवासी सरकारी तालाब की जमीन अवैध तरीके से कब्जा करने वाले भूमाफियाओं से मिलीभगत करके मोटी रकम ऐंठते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं तथा दबंग भूमाफियाओं के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि तहसील फूलपुर क्षेत्र के थाना बहरिया क्षेत्र अंतर्गत चिंतामनपुर गांव में आराजी संख्या 184 रक्बा 0.3290 व आराजी संख्या 186 रक्बा 0.0830 जो कि सरकारी अभिलेखों में तालाबी खाता दर्ज है जिसपर भूमाफियाओं द्वारा उक्त सरकारी तालाब की जमीन पर हल्का लेखपाल व राजस्व निरीक्षक के संरक्षण पर अवैध तरीके से कब्जा कर ली गई है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने तालाब पर किए गए अवैध कब्जे की शिकायत संबंधित उच्च अधिकारियों से की लेकिन भूमाफियाओं के विरुद्ध ना तो कोई कार्यवाही हुई और सरकारी तालाब को भूमाफियाओं से कब्जा मुक्त भी नहीं कराई गई।
अब ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों ने लेखपाल व राजस्व निरीक्षक पर आरोप यह आरोप लगाया है कि हल्का लेखपाल भूमाफियाओं से मोटी रकम लेकर फर्जी रिपोर्ट दे रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि वर्तमान ग्राम प्रधान स्वयं तालाब की जमीन पर मकान बनाकर निवास कर रही हैं लेकिन उनके विरुद्ध भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि सरकारी तालाब पर कब्जा किए हुए भूमाफियाओं द्वारा मामले की शिकायत करने पर शिकायतकर्ताओं से अभद्रता की जा रही है और कहा जा रहा है कि इसकी शिकायत मत करो नहीं तो अंजाम बहुत खराब होगा। यह कहते हुए जान से मारने की धमकी दी जा रही है। अब ऐसे में यदि शिकायतकर्ताओं के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ? हल्का लेखपाल व राजस्व निरीक्षक या फिर फूलपुर की शासन प्रशासन। इस सम्बन्ध में राजस्व निरीक्षक ने कहा आरोप सारे गलत है मै शाशन की मंशा के अनुरूप कार्य कर रहा हूँ.