भविष्य के निर्माण कर्ता है गुरु : राजेश कटियार
गुरु पूर्णिमा का खास पर्व इस वर्ष 13 जुलाई यानी आज मनाया जा रहा है। यह गुरु के प्रति सम्मान और आस्था प्रकट करने का दिन है। हिंदू धर्म में आषाढ़ पूर्णिमा का विशेष महत्व है, ऐसा इसलिए क्योंकि आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। आषाढ़ पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।

कानपुर देहात,अमन यात्रा : गुरु पूर्णिमा का खास पर्व इस वर्ष 13 जुलाई यानी आज मनाया जा रहा है। यह गुरु के प्रति सम्मान और आस्था प्रकट करने का दिन है। हिंदू धर्म में आषाढ़ पूर्णिमा का विशेष महत्व है, ऐसा इसलिए क्योंकि आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। आषाढ़ पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन दान का भी विशेष महत्व बताया गया है। गुरु पूर्णिमा के दिन किया गया दान और स्नान बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन लोग अपने गुरु को मैसेज, कोट्स, शायरी, श्लोक, दोहों को भेजकर उन्हें प्रसन्न करते हैं और दान स्वरूप उपहार भेंट करते हैं। कटियार मेडिकल स्टोर के संचालक राजेश बाबू कटियार का कहना है कि भारत में गुरु का सम्मान ऐसे व्यक्ति के रूप में किया जाता है जो न केवल शिक्षा प्रदान करता है बल्कि अपने शिष्यों में आदर्शों और मूल्यों को विकसित करते हुए जीवन के महत्वपूर्ण व आवश्यक पाठ भी सिखाता है। गुरु ही हमारे भविष्य के निर्माता है। गुरु के सम्मान के लिए समर्पित इस दिन को ही गुरु पूर्णिमा कहा जाता है।
दिया ज्ञान का भण्डार हमें,
किया भविष्य के लिए तैयार हमें।
हैं आभारी उन गुरुओं के हम जिन्होंने
किया कृतज्ञ अपार हमें।।
मैं तहेदिल से सभी गुरुओं को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ज्ञापित करता हूं।
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