सीएसजेएमयू में स्पंदन कार्यक्रम में दिल की बीमारियों के लिए किया गया जागरुक
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में दीनदयाल शोध केन्द्र एंव अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सा समिति के संयुक्त तत्वावधान में "स्पंदन' कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को दीनदयाल सभागार में किया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के प्रख्यात ह्रदय रोग शल्य चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार वर्मा द्वारा ह्रदय को कैसे स्वस्थ रखें, हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉक, हार्ट फेल के कारण, निवारण और बचाव से संबधित जानकारियां दी।
- दीनदयाल सभागार में ह्रदय रोग शल्य चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने किया संवाद
कानपुर,अमन यात्रा : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में दीनदयाल शोध केन्द्र एंव अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सा समिति के संयुक्त तत्वावधान में “स्पंदन’ कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को दीनदयाल सभागार में किया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के प्रख्यात ह्रदय रोग शल्य चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार वर्मा द्वारा ह्रदय को कैसे स्वस्थ रखें, हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉक, हार्ट फेल के कारण, निवारण और बचाव से संबधित जानकारियां दी। उन्होनें कहा कि हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉक, हार्ट फेल तीनों अलग हैं और इनके इलाज भी अलग है। उन्होंने ह्रदय के संबध में समय को सबसे महत्वपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंनें कहा कि सही समय पर डॉक्टर के पास पहुंचने से मरीज की जान बचने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके साथ ही उन्होंनें ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम , सही खानपान और तनाव मुक्त दिनचर्या को भी अपनाने को कहा। साथ ही उन्होंने ह्रदय में किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर डॉक्टर से संपर्क करने को कहा।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक प्रति कुलपति प्रो० सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि ह्रदय भावनाओं का केंद्र है और मस्तिष्क विचारों का। जो लोग दिल से काम करते हैं, वह अपने कार्य के साथ जुड़ाव महसूस करते हैं। इसलिए हमें अपने दिल का खास ध्यान रखना चाहिए। उन्होने कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक का आभार जताया कि उनकी प्रेरणा से शोध केंद्र में समाजोपयोगी आयोजन किए जा रहे हैं।
कवि मुकेश श्रीवास्तव ने ह्रदय को संवेदनाओं का गढ़ बताया। साथ ही उन्होंने कवि, शिक्षक और विश्वविद्यालय की संवेदनशीलता एवं हृदयरक्षा में योगदान पर भी चर्चा की। इस अवसर पर अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सा समिति के चेयरमैन आशुतोष वाजपेई ने भी हृदय रोग निवारण पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ० रितु बाजपेई ने किया। इस अवसर पर डॉ० पंकज, डॉ० शशिकान्त त्रिपाठी, योगेश वाजपेयी, डॉ० पूजा सिंह, डॉ०पी० एन० त्रिवेदी, डॉ० प्रशान्त मिश्र, आशीष वर्मा, मनीष चौबे, डॉ० योगेन्द्र पाण्डेय, डॉ० ममता तिवारी एवं डॉ शिल्पा कायस्था आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की संयोजन व्यवस्था का कार्य शोध अधिकारी डॉ० मनीष द्विवेदी ने किया।