लाइफस्टाइल

फिट रहने के लिए डाइटिंग करते हैं तो जान लीजिए उसके साइड इफेक्ट

डाइटिंग करने से आपकी बॉडी बेहद कमजोर हो सकती है जिसकी वजह से शरीर को जरूरी तत्व नहीं मिल पाते। पाचन समस्याएं पैदा करती है डाइटिंग। खाने की पर्याप्त मात्रा नहीं लेने पर शरीर के मेटाबोलिज्म पर भी असर पड़ता है।

नई दिल्ली, अमन यात्रा । स्लिम बॉडी पाने की खुमारी आज के युवाओं पर सिर चढ़कर बोल रही है। कम उम्र के लड़के-लड़कियां घंटों जिम में कसरत करते हैं साथ ही डाइटिंग पर भी बेहद ध्यान देते हैं। डाइटिंग करना जरूरी है, लेकिन ऐसा भी नहीं करें कि आप डाइटिंग के नाम पर हर चीज से परहेज करने लगें। डाइटिंग करने से आपकी बॉडी बेहद कमजोर हो सकती है, जिसकी वजह से शरीर को जरूरी तत्व नहीं मिल पाते। पाचन समस्याएं पैदा करती है डाइटिंग। इसके अलावा शरीर को सही कैलरीज की मात्रा नहीं मिलने से पित्ताशय में पथरी होने की संभावना भी बढ़ सकती है। खाने की पर्याप्त मात्रा नहीं लेने पर शरीर के मेटाबोलिज्म पर भी असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि बॉडी किस तरह डाइटिंग के साइड इफेक्ट के संकेत देती है।

थकान अधिक रहना

बॉडी में थकान, कमजोरी और सुस्ती होना शरीर में पोषक तत्वों की कमी की ओर इशारा करता है। डाइटिंग की वजह से शरीर का बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है।

मेटाबॉलिज्म का बिगड़ना

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों के अनुसार, डाइटिंग करने वाले लोगों का मेटाबॉलिज्म सिस्टम बुरी तरह से बिगड़ जाता है और जल्दी ठीक नहीं होता। मेटाबॉलिज्म का बिगड़ना लेप्टिन हॉर्मोन की वजह से होता है। लेप्टिन हॉर्मोन का संबंध इंसान की भूख से होता है, जिसकी वजह से इंसान की भूख ही मर जाती है।

मांसपेशियां कमजोर होना

द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, डाइटिंग से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। एक्सपर्ट्स ने 32 स्वस्थ लोगों की डाइट से तीन हफ्ते के लिए 1300 कैलोरी कम कर दी थीं। इसके नतीजे बेहद ही चौंकाने वाले थे। इन लोगों का वजन घटने के बजाय बढ़ने लगा था।

महिलाओं को अनियमित पीरियड की समस्या

डायटिंग की वजह से शरीर में मेटाबॉलिज्‍म की कार्यक्षमता धीमी होने से हार्मोन बदलने लगते हैं। ऐसे में अनियमित पीरियड्स की दिक्कतें बढ़ने लगती है। इस तरह सेहत संबंधी और समस्याएं होने से पहले डाइटिंग छोड़ने में ही भलाई है।

एसिडिटी होना

डाइटिंग के दौरान लंबे समय तक पेट खाली रहने से एसिडिटी की परेशानी हो सकती है। एसिडिटी बढ़ने पर तुरंत डाइटिंग छोड़ने में ही भलाई है। ऐसे में सेहत संबंधी अन्य दिक्कतें हो सकती है।

मूड बिगाड़ सकती है डाइटिंग

डाइटिंग में भोजन में कम कैलोरी का सेवन करना होता है। ऐसे में बॉडी में पौष्टिक तत्वों की कमी हो सकती है जो आपके मिजाज़ को चिड़चिड़ा बना सकती है।

ड्राई स्‍किन का होना

डाइटिंग आपकी हेल्थ के साथ ही आपकी स्किन पर भी बुरा असर डालती है। बैलेंस डाइट न होने और न्यूट्रीएंट्स की कमी से स्किन में रफनेस, डलनेस और ड्राइनेस हो जाती है।

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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