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सीएसजेएमयू में धूमधाम से मनाया गया “गाथा महोत्सव 2022”
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में रविवार को गाथा महोत्सव 2022 का भव्य आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में हुए इस कार्यक्रम में साहित्य और बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियों ने कविताओं और कहानियों से दर्शकों के मन को लुभाया।
कानपुर,अमन यात्रा : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में रविवार को गाथा महोत्सव 2022 का भव्य आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के सभागार में हुए इस कार्यक्रम में साहित्य और बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियों ने कविताओं और कहानियों से दर्शकों के मन को लुभाया। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गाथा महोत्सव 2022 का उद्घाटन ऑनलाइन माध्यम से किया। इसके साथ ही आई.आई.टी, कानपुर के डायरेक्टर प्रो. अभय करंदीकर और सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने भी कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस महोत्सव के लिए सभी को बधाई दी और कहा कि भारत में साहित्य के क्षेत्र में अद्भुत और महान प्रतिभाएं मौजूद है। हमें इनको और इनके कार्यों को वैश्विक मंच पर लाने की आवश्कता हैं जिससे की उनके कार्य को पूरी दुनिया के बीच एक नई मिल सके। इसके साथ ही उन्होनें छात्रों को अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने को कहा और साथ ही छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की भी कामना की।
कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने कहा कि गाथा महोत्सव कला, संस्कृति एवं साहित्य का एक भव्य कार्यक्रम है। साथ ही उन्होनें कहा कि सभी संस्थानों की जिम्मेदारी बनती है की वे साहित्य को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दे। आने वाले दस साल तकनीक के साल होंगे और ऐसे में हम भारतीय साहित्य को तकनीक को मदद से पूरे विश्व में पहुंचा सकते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गाथा का ऐप हम सब लोगों को साहित्य की दुनिया से रूबरू करवाएगा। इसके अलावा उन्होनें पत्रकारिता और भाषा के छात्रों के रिसर्च स्कॉलर को साथ मिलकर काम करने को भी कहा। आई.आई.टी, कानपुर के डायरेक्टर प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि गाथा महोत्सव 2022 गाथा ऐप के तीन साल पूरे होने का महोत्सव है। उन्होंने बताया कि गाथा एप आईआईटी कानपुर का इनक्यूबेशन है । गाथा ऐप के माध्यम से तकनीक और साहित्य साथ मिलकर भारत की संस्कृति से जुड़ी बातों को ऑडियो के रुप में लाने का एक प्रयास है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगो को भारतीय कल्चर के बारे में बताया जा सके और इसे वैश्विक पटल पर लाया जा सके।
गाथा के को फाउंडर अमित तिवारी ने गाथा ऐप के बारे में बताते हुए कहा कि गाथा एक ऐसा ऑनलाइन ऑडियो प्लेटफॉर्म है, जिसके माध्यम से हम भारतीय साहित्य से जुड़ी कहानियों, कविताओं, किस्सों को सुन सकते है तथा पुराने कवियों और सहित्यकारों की रचनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने गाथा को भविष्य में मेटावर्स पर भी लाने की बात कही
प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी ने गाथा को साहित्य और तकनीक का संगम बताया । साथ ही उन्होंने गाथा के इस कदम को प्रशंसनीय भी बताया।गाथा महोत्सव में बॉलीवुड एक्ट्रेस व एक्टिंग कोच नयनी दीक्षित ने ऑर्केस्ट्रा ऑफ स्टोरीज पर अपनी प्रस्तुति दी।
इसके बाद साहित्य, संस्कृति और तकनीक – कल, आज और कल विषय पर पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। पैनल चर्चा में टेक्नोक्रेट और साहित्यिक विशेषज्ञ प्रो. आशुतोष शर्मा, डॉ. प्रदीप दीक्षित, डॉ. दिनेश प्रभात, इजींनियर नदंन मिश्रा साहित्य और संस्कृति में तकनीक की आवश्यकता और उपयोग पर पैनल चर्चा की जिसके मोडरेटर प्रो. आर्क वर्मा रहे।
महोत्सव में उभरते हुए कवियों और कहानीकारों के द्वारा ओपेन माइक में लाइव परफार्मेंस दी गई। ओपन माइक में यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। हिमांशू बाजपेई ने दास्तान-ऐ-आम पर लाइव परफार्मेंस की। धरोहर- भारतीय संस्कृति और सभ्यता में जाने-माने पुरातत्त्ववेत्ता और वर्तमान डी.जी होम गार्ड विजय कुमार ने कनौज के बारे में एतिहासिक जानकारी दी।
प्रख्यात हिंदी उपन्यासकार तथा लेखिका ममता कालिया और कहकशां के संस्थापक और संयोजक आनंद कक्कर ने नारी के दोहरे शोषण की अभिव्यक्ति विषय पर संवाद प्रस्तुत किया। ममता कालिया ने संवाद में कानपुर विश्वविद्यालय और आईआईटी कानपुर से जुड़ी खट्टी मीठी यादें दर्शकों के साथ साझा की। इसके साथ ही उन्होनें अपनी कृति बेघर के बारे में भी बात की। उनका मानना है की अगर आपके पास कुछ अच्छा है तो उसमें सुधार कीजिए जिससे उसे एक प्रतिभा के रूप में बदला जा सके। इसके साथ ही उन्होनें कहा की कहानियां केवल मनोरंजन ही नहीं करती बल्कि हमें जीवन में कुछ न कुछ सीख भी जरूर देती है। इसके अलावा उन्होंने कविता वाचन भी किया।
कार्यक्रम में अमित श्रीवास्तव ने धरोहर गंगा पर नृत्य के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी।
इसके बाद किस्सा कलाम में प्रसिद्ध कहानीकार और लेखिका महक मिर्जा प्रभु ने ऑडियो-विजुअल और वॉइस मॉडयूलेशन के माध्यम से कहानी सुनाई।
महोत्सव में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसमें डॉ. सोम ठाकुर, डॉ. प्रवीन शुक्ला, डॉ. कीर्ति काले, डॉ. राजकुमार रंजन, डॉ राजीव राज ने कविताओं से सबका दिल मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में गाथा के को फाउंडर अमित तिवारी ने गाथा के साथ मिलकर साहित्य के क्षेत्र में अच्छा काम करने के लिए विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के छात्रों को 1 लाख तक की फेलोशिप भी देने की बात कही। मीडिया प्रभारी डॉ विशाल शर्मा ने बताया कि इस फेलोशिप के लिए विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के साथ साथ अन्य विभाग के छात्र भी इस साहित्य के कार्य में प्रतिभाग कर सकते हैं और एक लाख तक की फेलोशिप पा सकते हैं। इस कार्यक्रम में सीएसजेएमयू और गाथा ने एक एम ओयू पर भी हस्ताक्षर भी किया कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, प्रो संजय स्वर्णकार, गाथा की निदेशिका भावना तिवारी, सी डी सी डायरेक्टर डॉ आर के द्विवेदी, डॉ अंकित त्रिवेदी, डॉ सोनाली मौर्य, डॉ भावना सिंह, डॉ दिवाकर अवस्थी, डॉ ओमशंकर गुप्ता, डॉ जितेंद्र डबराल के साथ साथ पत्रकारिता विभाग के सभी शिक्षक, वि.वि के सभी विभाग के शिक्षकगण और छात्र छात्राएं भी मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन विश्वनाथ तिवारी और शुभा सिंह द्वारा किया