कक्षा एक से बारहवीं तक के बच्चों की बनेगी यूनिक आईडी
जिले के सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त व वित्तविहीन विद्यालयों के कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों की यूनिक आईडी बनेगी। इससे विद्यालयों में हो रहे फर्जी नामांकन पर रोक लगेगी।

- कक्षा 8 पास बच्चों की यूनिक आईडी को माध्यमिक शिक्षा अनुभाग के साथ करना होगा साझा
कानपुर देहात, अमन यात्रा : जिले के सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त व वित्तविहीन विद्यालयों के कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों की यूनिक आईडी बनेगी। इससे विद्यालयों में हो रहे फर्जी नामांकन पर रोक लगेगी। ऑउट ऑफ स्कूल बच्चों की जानकारी मिल सकेगी। साथ ही बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों पर लगाम कसने में आसानी होगी।
यूनिक आईडी विद्यार्थी के आधार कार्ड से जुड़ा रहेगा। इससे एक विद्यार्थी का दो विद्यालयों में नामांकन नहीं हो सकेगा। यूनिक आईडी में विद्यार्थी के दर्ज विवरण को शिक्षा विभाग के यू डायस पोर्टल पर दर्ज किया जायेगा। इससे अगर विद्यार्थी एक विद्यालय को छोड़ दूसरे विद्यालय में जाता है तो वही यूनिक आईडी वहां भी काम आयेगा। बीएसए कार्यालय के जिला समन्वयक (एमआईएस) ने बताया कि कक्षा एक से 12 तक के विद्यार्थियों की यूनिक आईडी बनाने की प्रक्रिया गतिमान है। डीबीटी के तहत सभी स्टूडेंट की यूनिक आईडी तैयार की जा रही है। अपर सचिव अशोक कुमार गुप्ता ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह कक्षा 8 पास विद्यार्थियों के यूनिक आईडी नंबर को माध्यमिक शिक्षा अनुभाग के साथ साझा करें जिससे कि ड्रॉप आउट दर में कमी लाई जा सके। आउट ऑफ स्कूल बच्चों का कक्षा 9 में प्रवेश करवाया जा सके।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पाण्डेय ने बताया कि कक्षा एक से 12 तक के विद्यार्थियों की यूनिक आईडी बनाने की प्रक्रिया गतिमान है। इससे आउट ऑफ स्कूल बच्चों की जानकारी हो सकेगी। विद्यार्थियो को विद्यालय बदलने में परेशानी नहीं होगी। बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों पर रोक लगेगी।
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