फुल पैंट-शर्ट में स्कूल आएं विद्यार्थी, डेंगू से बचाव के लिए शिक्षक देंगे संदेश
डेंगू और मलेरिया को नियंत्रित करने के लिए सीएमओ के बाद अब बीएसए को भी जागरूकता अभियान की जिम्मेदारी दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में आशाएं घर-घर जाकर डेंगू, मलेरिया की जानकारी देंगी तो वहीं स्कूल की अध्यापकों, अध्यापिकाओं तथा आशाओं द्वारा स्कूलों में बच्चों को फुल आस्तीन की शर्ट/पैंट पहनने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
- बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने कहा कि इस समय पूरे प्रदेश में डेंगू, मलेरिया तथा टायफाइड आदि बीमारियों पर अंकुश लगाने के प्रयास सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।
कानपुर देहात,अमन यात्रा : डेंगू और मलेरिया को नियंत्रित करने के लिए सीएमओ के बाद अब बीएसए को भी जागरूकता अभियान की जिम्मेदारी दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में आशाएं घर-घर जाकर डेंगू, मलेरिया की जानकारी देंगी तो वहीं स्कूल की अध्यापकों, अध्यापिकाओं तथा आशाओं द्वारा स्कूलों में बच्चों को फुल आस्तीन की शर्ट/पैंट पहनने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद से जुड़े विद्यालयों में सभी विद्यार्थियों को पूरी बांह की शर्ट व फुल पैंट पहनकर बुलाने के निर्देश दिए गए हैं। बेसिक शिक्षा निदेशक शुभा सिंह की ओर से जारी निर्देश में सभी बीएसए को अपने जिलों में यह व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा गया है। इसके अलावा उन्होंने संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अभियान भी कार्ययोजना के अनुसार चलाने को कहा है। इसके अनुसार संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 से 31 अक्तूबर और दस्तक अभियान 15 से 31 अक्तूबर तक चलाना है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने कहा कि इस समय पूरे प्रदेश में डेंगू, मलेरिया तथा टायफाइड आदि बीमारियों पर अंकुश लगाने के प्रयास सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि इस प्रकार की बीमारियों को रोकने की जिम्मेदारी केवल डाक्टरों तथा मेेंडिकल विभाग की ही नही है, हम सभी को इस अभियान में बढ़चढ़कर भाग लेना होगा डेंगू से बचाव के लिए बच्चों को फुल पैंट शर्ट में विद्यालय आना होगा तथा घर में भी फुल कपड़े पहनने होंगे जिससे मच्छरों के प्रकोप से बचा जा सके इसके लिए सभी विद्यालयों के शिक्षक बच्चों एवं उनके अभिभावकों को जागरूक करेंगे।