बच्चियों को करें जागरूक, बदलाव का हिस्सा बनें
आज जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता व पुलिस अधीक्षक सुनीति, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की उपस्थिति में विकास भवन सभागार में लैंगिक भेदभाव के विरुद्ध समुदाय आधारित राष्ट्रव्यापी अभियान का शुभारंभ किया गया, जिसका प्रदेश स्तर पर सजीव प्रसारण देखा गया,
- महिलाओं को दिया संदेश - "सोच बड़ी रखें, समाज साथ है"
- राष्ट्रीय जेण्डर अभियान के शुभारम्भ एक दिवसीय कार्यशाला के माध्यम से किया गया।
अमन यात्रा, कानपुर देहात। आज जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता व पुलिस अधीक्षक सुनीति, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की उपस्थिति में विकास भवन सभागार में लैंगिक भेदभाव के विरुद्ध समुदाय आधारित राष्ट्रव्यापी अभियान का शुभारंभ किया गया, जिसका प्रदेश स्तर पर सजीव प्रसारण देखा गय. जिसके उपरान्त दिनांक 25 नवम्बर, 2022 से 23 दिसम्बर, 2022 तक राष्ट्रीय जेण्डर अभियान का आयोजन किये जाने हेतु रूप रेखा पर विचार करते हुए इस अभियान को संचालित किए जाने की आवश्यकता के बारे में विस्तार में चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि यह अभियान मात्र महिलाओं व पुरुष वर्ग में। ही नही बल्कि ट्रांसजेंडर के संबंध में भी समाज में होते भेदभाव को भी समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि हम सभी को एक दूसरे के प्रति भेदभाव को खत्म करना होगा व यह समझना होगा कि हम सभी, समस्त कार्यों हेतु सक्षम है एवं लिंग से के अंतर्गत किसी कार्य को विभाजित कर मनोयोजना बनाना गलत है। उन्होंने कहा कि हम सोवह बदलेंगे तभी बफलाव भी दिखेगा।
हम सभी आज उस उत्तर प्रदेश में हैं जो कि अब महिलाओं की हिंसा हेतु नहीं बल्कि महिला सुराक्षा के लिए जाना जाता है। उन्होनें माता सीता द्वारा दी गयी अग्निपरीक्षा का उदाहरण देते हुए कहा कि वह सजग उदाहरण हैं जिन्होंने यह बताया कि महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानना चाहिए व उसके नैतिक प्रयोग व प्रदर्शन समय पर करना चाहिए। उन्होंने सभी को नियमों का लाभ लेने हेतु व दुरुपयोग न करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए।
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इस दौरान पुलिस अधीक्षक सुनीति व मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय द्वारा भी अपना अपना पक्ष रखते हुए सभी महोलाओं को जागरूक करने का कार्य किया उन्होंने कहा कि सभी महिलाएं सशक्त हैं अथवा उनकी उपलब्धियां पुरुष वर्ग से ज्यादा हैं। उन्होंने अपने आप को कम न आंकने के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि “हमें अपनी सोच बड़ी रखने की आवश्यकता है, समाज हमारे साथ रहेगा”. मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से सही व गलत टच हेतु महिलाओं को जागरूक करना वन स्टॉप सेंटर को सक्रियता से संचालन किए जाने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के सफल संचालन के साथ ही सभी विभागों में महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के उद्देश्य से आईसीसी का गठन किए जाने के साथ ही सेक्सुअल हैरेसमेंट से बचाव संबंधित टेंप्लेट को महिलाओं के जागरूकता के उद्देश्य से बाटे जाने के निर्देश दिए।
इस दौरान सी0एल0एफ0 अकबरपुर की अध्यक्ष, रामजी महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष ममता पांडे तथा सीएलएफ सरवन खेड़ा से बालाजी महिला स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष विमला देवी द्वारा अपने जीवन में कठिनाइयों के बावजूद स्वयं को सशक्त बनाने तथा स्वाबलंबी बनाने हेतु किए गए प्रयासों को अन्य महिलाओं के समक्ष रखा एवं उनकी आवाज बनने का कार्य किया उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी महिलाएं यदि सशक्त होकर स्वाबलंबी तो वह किसी भी ऊंचाइयों को छू सकती हैं उन कहा कि पुरुषों के उत्पीड़न को ना सहें व स्वाबलंबी बने। कार्यशाला के दौरान जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक सहित स्वयं सहायता समूह के सदस्य व महिला पुलिस उपस्थित रहे।