कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज
पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा ने चलाया ट्विटर अभियान
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत एवं अटेवा पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आज जनपद कानपुर देहात में हजारों पेंशन विहीन साथियों ने ट्विटर के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए हजारों की संख्या में ट्वीट किए गए।

अमन यात्रा, कानपुर देहात : नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत एवं अटेवा पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आज जनपद कानपुर देहात में हजारों पेंशन विहीन साथियों ने ट्विटर के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए हजारों की संख्या में ट्वीट किए गए। इस संबंध में संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि वर्तमान समय में सूचना क्रांति के इस दौर में विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों की उपयोगिता एवं सार्वभौमिकता को देखते हुए पुरानी पेंशन बहाली के आंदोलन को विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यमों से लगातार सरकार तक अपनी बात को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
उपरोक्त के क्रम में आज संविधान दिवस के अवसर पर पूरे देश के पेंशनविहीन साथियों ने यह प्रण लिया है कि पुरानी पेंशन की व्यवस्था एक संवैधानिक व्यवस्था है परंतु सरकारों की अन्याय कारी नीतियों के कारण एक अप्रैल 2004 के पश्चात केंद्र सरकार की नौकरियों में तथा एक अप्रैल 2005 के पश्चात उत्तर प्रदेश सरकार ने नौकरियों में पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर दिया। इसके स्थान पर शेयर बाजार आधारित नवीन पेंशन योजना को लाया गया। इससे सरकारी कर्मचारियों का भविष्य / बुढ़ापा अंधकारमय हो गया है क्योंकि पुरानी पेंशन व्यवस्था में जहां सेवानिवृत्ति के पश्चात सुनिश्चित पेंशन का प्रावधान था वहीं नवीन पेंशन योजना में सेवानिवृत्ति पर कर्मचारियों को 2000 से 5000 रुपये की मासिक पेंशन मिल रही है जिससे उनका बुढ़ापा कष्टमय है। आज जनपद के पेंशनविहीन कर्मचारियों ने ट्विटर के माध्यम से सरकार से यह अपील की है कि हम कर्मचारियों की बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करें जिससे उनका भविष्य सुखमय हो सके।

गौरतलब है कि पुरानी पेंशन की बहाली के लिए अटेवा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष विजय बन्धु के नेतृत्व में देशव्यापी आंदोलन चलाया जा रहा है। इस संघर्ष के सुखद परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं जैसा कि पूरे देश के विभिन्न कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों और आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने का कार्य किया है उसी प्रकार पूरे देश का शिक्षक कर्मचारी अधिकारी प्रधानमंत्री मोदी जी की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है कि वे देश के कर्मचारियों के हित में पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने का काम करेंगे। यदि ऐसा नहीं होता है तो 2024 के लोकसभा चुनाव में पूरे देश का कर्मचारी अपने मुद्दे को जिताने के लिए अपने मुद्दे के समर्थन में वोट करेगा

भारतीय संविधान में उल्लखित पेंशन की अवधारणा को खत्म करके पूरे देश के कर्मचारियों के साथ अन्याय किया गया है। जनपद कानपुर देहात से हजारों की संख्या में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए हजारों ट्वीट किए गए हैं। मैथा में अटेवा ब्लॉक संयोजिका जयश्री अवस्थी के नेतृत्व में सैकड़ो शिक्षकों ने ट्विटर अभियान में हिस्सा लिया।
मंडल अध्यक्ष पंकज संखवार, जिला संयोजिका अनुपम प्रजापति, जिला महामंत्री प्रतापभानु गौर, मीडिया प्रभारी अनंत त्रिवेदी, सरवनखेड़ा ब्लॉक संयोजक रमेन्द्र सिंह, मृदुला तिवारी जिला महामंत्री महिला प्रकोष्ठ सुनीता सिंह राम विकास कटियार अखिलेश पाल विकास सिंघल प्रमोद कुमार सोनू सिंह कुशवाहा गौरव राजपूत राजेंद्र सिंह प्रदीप निरंजन जयराम लाहोरिया मानवेंद्र सिंह इरफान खान अमित सचान रमन सिंह अमित कुमार सचान कपिल सिंह आलोक दिक्षित नेहा ममता साहू सुधीर यादव धीरेन्द्र सिंह दिनेश सिंह निरुपम सुखदेव बाबू मोहम्मद जावेद नागेंद्र सिंह पवन यादव ब्रजमोहन सिंह महाराज सिंह आदि सैकड़ों पेंशनविहीन साथियों ने आज के ट्विटर कार्यक्रम अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया।
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.