सकुशल संपन्न हुई निपुण असेसमेंट परीक्षा, छात्र-छात्राओं में दिखा उत्साह
जनपद में निपुण असेसमेंट परीक्षा पूर्ण पारदर्शिता एवं शुचिता के साथ संपन्न हुई। 1925 परिषदीय विद्यालयों एवं एक कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सरल ऐप के माध्यम से निपुण असेसमेंट परीक्षा में बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
- सभी विभाग के अधिकारियों ने किया पूर्ण सहयोग
अमन यात्रा, कानपुर देहात : जनपद में निपुण असेसमेंट परीक्षा पूर्ण पारदर्शिता एवं शुचिता के साथ संपन्न हुई। 1925 परिषदीय विद्यालयों एवं एक कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सरल ऐप के माध्यम से निपुण असेसमेंट परीक्षा में बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। परीक्षा में जिलाधिकारी नेहा जैन ने 88 अन्य विभाग के जनपद एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों तथा बेसिक शिक्षा के अंतर्गत समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों, डाइट मेंटर तथा एआरपी की ड्यूटी लगाई गई थी।
प्रत्येक विकासखंड में कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई थी तथा जनपद स्तर पर समस्याओं के निवारण हेतु मुख्यालय बीईओ, जिला समन्वयक प्रशिक्षण, एसआरजी को मिलाकर कंट्रोल रूम बनाया गया था। पहली बार ओएमआर शीट पर परीक्षा दे रहे नौनिहालों को थोड़ी असहजता हुई लेकिन बाद में सही उत्तर में गोलों को रंगने का उन्होंने आनंद लेते हुए पूरे उत्साह से परीक्षा दी। एकदम नए तरीके से परीक्षा को लेकर बच्चों के अभिभावक भी अति उत्साहित दिखे। परीक्षा में कुछ जगह ओएमआर शीट कम पहुंची तो उसकी सूचना संबंधित पर्वेक्षक ने जैसे ही कंट्रोल रूम को दी तो उन विद्यालयों को तुरंत ही ओएमआर सीट उपलब्ध कराईं गईं किंतु कुछ जगह परीक्षा नेटवर्क संकट से जूझती नजर आई। परीक्षा के बाद असल संकट ओएमआर शीट को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गए सरल एप पर स्कैन करने में हुई। कहीं शिक्षक स्कूल के बाहर पगडंडी पर खड़े होकर नेटवर्क तलाशते नजर आए तो कहीं स्कूल से निकलकर खेतों तक में नेटवर्क की खोज होती दिखी। घंटों तक शिक्षक ओएमआर शीट को स्कैन करने में जूझते दिखे।
इसमें तमाम शिक्षकों के अभिभावकों ने उनका सहयोग किया। इस परीक्षा में करीब 83 फीसदी बच्चों ने परीक्षा दी है फिलहाल अभी विभाग द्वारा इसकी जानकारी मिलनी शेष है। पहली पाली में सुबह साढ़े नौ बजे से आयोजित परीक्षा में अध्यापकों ने कक्षा एक से तीन तक के बच्चों से सवाल पूछकर ओएमआर शीट को भरा वहीं दूसरी पाली में कक्षा 4 से 8 तक के बच्चों ने खुद ओएमआर शीट पर उत्तर दिया। बाद में शीट को सरल एप पर स्कैन कर शिक्षकों ने अपलोड किया। निपुण असेसमेंट टेस्ट को सकुशल निपटाने के लिए विभाग के अधिकारियों के साथ ही जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी भी स्कूलों का भ्रमण कर परीक्षा का जायजा लेते रहे।