हाईटेक टेबलेट का हुआ टेंडर, स्कूलों की सभी गतिविधियों पर सरकार की रहेगी नजर
टीचर कब स्कूल पहुंचे, प्रार्थना हुई कि नहीं, क्या शिक्षण हो रहा है, इतना ही नहीं क्या एमडीएम बन रहा है और कब स्कूल बंद हो रहा है। स्मार्ट क्लासेज से पढ़ाई हो रही है या नही, इतना ही नही गुरूजी पढ़ाने स्वयं विद्यालय आ रहे या ढाई-तीन हजार के मास्टर से पढ़वा रहे हैं, सहित अन्य पूरी डिटेल टेबलेट से मिनट टू मिनट डीजी कार्यालय के बने कार्यालय में पहुंचेंगी।
लखनऊ/ कानपुर देहात : टीचर कब स्कूल पहुंचे, प्रार्थना हुई कि नहीं, क्या शिक्षण हो रहा है, इतना ही नहीं क्या एमडीएम बन रहा है और कब स्कूल बंद हो रहा है। स्मार्ट क्लासेज से पढ़ाई हो रही है या नही, इतना ही नही गुरूजी पढ़ाने स्वयं विद्यालय आ रहे या ढाई-तीन हजार के मास्टर से पढ़वा रहे हैं, सहित अन्य पूरी डिटेल टेबलेट से मिनट टू मिनट डीजी कार्यालय के बने कार्यालय में पहुंचेंगी। इससे विद्यालयों से गायब रहने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को अब विद्यालय से भागने का मौका नहीं मिलेगा बल्कि उनको विद्यालयों में पूरे समय रहकर बच्चों को पढ़ाना होगा। इससे ऐसे शिक्षक भी पकड़ में आएंगे जो अक्सर विद्यालय ना जाकर बीएसए एवं बीआरसी कार्यालयों में अटैचमेंट करवा कर अधिकारियों के आगे पीछे घूमते रहते हैं।
महानिदेशक विजय किरन आनंद के मुताबिक बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में टेबलेट से ऑनलाइन हाजिरी और पढ़ाई के लिए टेंडर हो गया है। पूरी सम्भावना है कि अगले माह से विद्यालयों में टेबलेट पहुंचने लगेगा और उसमें इस तरह से सॉफ्टवेयर फिट किया जा रहा है जिसका पूरा कंट्रोल महानिदेशक कार्यालय लखनऊ से होगा जिससे कि सभी विद्यालयों, बच्चों और शिक्षकों पर नजर रखी जा सके। इस टेबलेट में विद्यालय से लेकर शिक्षकों एवं बच्चों की पूरी डिटेल भरनी पड़ेगी।
इससे जहां एक तरफ जो शिक्षक विद्यालय से गायब रहते हैं उनकी उपस्थिति अनिवार्य हो जाएगी वहीं दूसरी तरफ बच्चों या शिक्षकों की गलत संख्या को भी नहीं भरा जा सकेगा या दिखाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा को और बेहतर एवं स्मार्ट बनाया जा रहा है।बेसिक शिक्षा के बाद माध्यमिक शिक्षकों का भी प्रशिक्षण शीघ्र शुरू होने जा रहा है। इससे शिक्षकों को मार्डन शिक्षण पद्धति की जानकारी होगी और उसका लाभ बच्चों को मिलेगा। शिक्षा व्यवस्था में सुधार और पारदर्शिता लाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। अब बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के करोड़ों छात्र-छात्राओं को ही नहीं बल्कि लाखों शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी टेबलेट से ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी। यह टेबलेट इतना हाईटेक होगा कि हर होने वाले काम की जानकारी उच्च अधिकारियों तक मिनट टू मिनट पहुंचेगी।