उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना अंतर्गत राज्य मंत्री, विधायक एवं सीडीओ सौम्या की उपस्थिति में साडी वितरण कार्यक्रम सम्पन्न
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना अंतर्गत मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक रसूलाबाद श्रीमती पूनम संखवार एवं मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की उपस्थिति में विकास भवन माती सभागार में साडी वितरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
- महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के लिए समूहों एवं बीसीसखी योजनाओं के माध्यम से कर सकती है विकास : राज्यमंत्री
- आत्म निर्भरता ही महिला सशक्तिकरण के लिए अचूक हथियार : सीडीओ सौम्या
अमन यात्रा, कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना अंतर्गत मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक रसूलाबाद श्रीमती पूनम संखवार एवं मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की उपस्थिति में विकास भवन माती सभागार में साडी वितरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमे 201 बीसी सखियों को मा० राज्यमंत्री, मा० विधायक एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा साड़ियां वितरित की गयी। उन्होंने बीसी सखियों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के लिए समूहों एवं बीसीसखी योजनाओं के माध्यम से अपना विकास कर सकती है ,उन्होंने कहा कि हमारे देश में अधिकतर महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ता है और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं होने की वजह से अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती है लेकिन अगर आप आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं तो आपको अन्याय सहन करने की आवश्यकता नहीं होती है अत: आत्मनिर्भर बनने हेतु स्वयं का प्रयास करना बेहद आवश्यक है।
श्रीमती पूनम संखवार विधायक रसूलाबाद द्वारा अपने संबोधन में कहा गया किबीसी सखी घर घर जाकर लोगों का भुगतान कर रही है जिससे आम जनता को होने वाली असुविधा से ग्रामीण क्षेत्र वासियों को निजात दिलाना हैं सुश्री पुनम संखवार ने नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि बीसी सखी को एकग्रामन से काम करना होगा और अपने आप को सुदृढ़ बनाना होगा तथा श्रीमती प्रतिभा शुक्ला जी ने कहा की ग्रामीण को बैंकिंग सुविधा से लाभ बीसी सखी द्वारा मिल सके। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जब महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होती हैं तो उनमें अधिक आत्मविश्वास होता है।
यह आत्मविश्वास उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए हर क्षेत्र में प्रोत्साहित करता है यही नहीं, वो अपने परिवार और बच्चे के भविष्य के लिए बेहतर विकल्प ढूंढने और निर्णय लेने में सक्षम होती हैं, उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता के बिना महिला सशक्तिकरण की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसलिए महिला सशक्तिकरण के लिए उनको आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना पड़ेगा। इसके लिए सरकार द्वारा ढेर सारी योजनाएं लागू की जा रही है जिससे महिलाओं में आत्मविश्वास भी बढ़ा है और परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए ताकत भी दिखाई हैं। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट,जिला प्रतिनिधि अभिनव सचान एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।