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ब्रजेंद्र तिवारी, पुखरायां। मलासा विकासखंड के अंतर्गत मदनपुर कुटिया में बुधवार को 9 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के 6वें दिन कथावाचक ने श्रोताओं को राम जन्म की कथा विस्तार से सुनाई कथा को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।बुधवार को विकासखंड के मदनपुर कुटिया में श्रीमद्भागवत कथा के 6वें दिन बुधवार को कथावाचक रामू शास्त्री ने भगवान राम जन्म की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि अयोध्या के सूर्यवंशी राजा,चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने पुत्र की कामना से यज्ञ कराया जिसके फलस्वरूप उनके पुत्रों का जन्म हुआ।श्रीराम का जन्म देवी कौशल्या के गर्भ से अयोध्या में हुआ था।श्रीराम जी चारों भाइयों में सबसे बड़े थे भगवान राम ने बाल्यावस्था से ही असुरों का नाश किया उन्होने बताया भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी।मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन चरित्र अनंत सदियों तक चलता रहेगा।रामकथा मे पिता के प्रति मां के प्रति और भाई के प्रति प्रभु राम का जो स्नेह प्रेम रहा सदा के लिए अमर है।कथावाचक द्वारा भागवत कथा का मनमोहक वर्णन किया गया।रामजन्म होते ही लोगों ने मीठी मीठी तालियां बजाकर भगवान राम के जयकारे लगाए तथा पुष्प वर्षा की जन्म होते ही अयोध्या में अयोध्यावासी हर्षित हो गए वहीं भक्तों ने भक्ति भाव से कथा का रसपान किया।कथा का समापन चार फरवरी को होगा तथा पांच फरवरी को हवन पूजन के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।इस मौके पर परीक्षित रेखा देवी,सुरजीत सिंह,सुरेश कुमार,अर्जित,मयंक,रामचंद्र चौधरी, पंकज सचान, शारदा सचान, दीप्ति सचान,रघुराज सचान सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।
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