‘आचार्य पंकज समृति सम्मान’ से सम्मानित हुए नीरज मिश्र
ा। जनपद के अछरौड़ गांव निवासी पिलखुवा में प्रोफेसर आचार्य ज्योतीन्द्र प्रसाद झा ‘पंकज’ की 103वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय ग़ज़लकार सम्मेलन में युवा आलोचक नीरज कुमार मिश्र को उनकी साहित्यिक सक्रियता के लिए आचार्य पंकज स्मृति सम्मान -2022 से सम्मानित किया गय है।

बांदा। जनपद के अछरौड़ गांव निवासी पिलखुवा में प्रोफेसर आचार्य ज्योतीन्द्र प्रसाद झा ‘पंकज’ की 103वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय ग़ज़लकार सम्मेलन में युवा आलोचक नीरज कुमार मिश्र को उनकी साहित्यिक सक्रियता के लिए आचार्य पंकज स्मृति सम्मान -2022 से सम्मानित किया गय है।
बताते चलें कि गजलकार नीरज कुमार मिश्र का जन्म जनपद के ग्राम के किसान परिवार में हुआ । इनके पिता राजेन्द्र देव मिश्र गाँव में रहकर किसानी करते हैं।इनके बाबा विष्णुदेव मिश्र बाँदा के प्रसिद्ध कवि थे।इनकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव में ही हुई।बाद में इनकी अतर्रा,इलाहाबाद और दिल्ली में उच्चशिक्षा की पढ़ाई पूरी हुई।इस समय वह दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामलाल महाविद्यालय (सांध्य) में अध्यापन का कार्य कर रहे हैं। इनके देश की प्रतिष्ठित पत्र -पत्रिकाओं और प्रमुख संकलनों में कई लेख ,कविताएँ और समीक्षाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं।इनकी आलोचना की तीन पुस्तकें प्रकाशित हैं। इनमें से अभी हाल ही में प्रकाशित कविता संकलन कविता में किसान प्रमुख है।इस खबर से उनके गाँव और परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है।सम्मानित युवा आलोचक ने पंकज गोष्ठी न्यास के संयोजक प्रो.अमर पंकज जी को तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हए कहा कि इस सम्मान से उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है।
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