आग से उठती हुई लपटें और उसके बीच सैकड़ों लोगों की चीख पुकार देखकर तस्वीर साफ तो हो गई होगी कि यहां कुछ इतना बड़ा हुआ है की लोग बड़ी संख्या में चीख रहे है और बचाने की बात भी कर रहे है दरअसल कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ बंजारा डेरा का ये गांव जहां देर रात अचानक लगी एक झोपड़ी में भीषण आग ने दहशत फैला दी.
देर रात करीब 1 बजे जिस वक्त अमूमन लोग गहरी नींद में होते है उस वक्त लगी एक परिवार के आशियाने में आग ने पूरे गांव में मातम का माहौल बना दिया दरअसल शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने अपनी चपेट में एक झोपड़ी को ले लिया और झोपड़ी में मौजूद एक परिवार के 7 सदस्य इस आग में बुरी तरह फस गए आग ने इतना विकराल रूप धारण किया की कोई कुछ कर ही नहीं पाया और पति पत्नी समेत तीन मासूम बच्चे इस आग में जलकर खाक हो गए किसी तरह से एक बुजुर्ग महिला और एक नवजात शिशु को बाहर निकाला गया लेकिन गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि भीषण आग ने 5 जिंदगियों को निगल लिया।
जिस वक्त आग ने इस परिवार को अपने आगोश में लिया उस वक्त गांव में पड़ोसी के यहां एक वैवाहिक कार्यक्रम था और उस कार्यक्रम में गांव के अमूमन लोग आमंत्रित थे लेकिन इस घर से सिर्फ एक ही सदस्य वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गया था और बाकी 7 सदस्य घर में ही थे लेकिन सोते वक्त लगी आग ने किसी को भी बचने का मौका नहीं दिया और आग की लपटों के बीच पांच लोग काल के गाल में समा गए.
आग की लपटें देख और सूचना मिलने पर सैकड़ों लोगों ने इस घर की ओर दौड़ लगा दी लेकिन देर हो चुकी थी और आग पर काबू पाना असम्भव था जिसके चलते 30 वर्षीय सतीश, 25 वर्षीय काजल और तीन मासूम जलकर खत्म हो गए, क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और फिर दमकल की गाड़ियां और प्रशासनिक अमले के साथ पुलिस के आलाधिकारियों ने भी घटना स्थल पर दौड़ लगा दी लेकिन जब तक कोई कुछ करता सब हांथ से निकल चुका था एक घर के पांच सदस्य अपनी जान गवां चुके थे और एक बुजुर्ग महिला रेशम और नवजात को पुलिस ने गंभीर अवस्था में जला हुआ निकलकर जिला अस्पताल भेज दिया ।
आग में पूरी तरह जलकर खाक हो चुके 5 शवों को देखना शायद हर किसी के बस की बात नहीं था जिन लोगों ओर पुलिस कर्मियों ने शवों को अंदर से बाहर निकाला उनके होश फाख्ता हो गए फिलहाल सभी जले हुए शवों को निकालकर पुलिस और प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तो वही आग लगने के कारणों का भी पता किया जा रहा है पुलिस विभाग के साथ-साथ मौके पर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम भी मौजूद रही जो घटना के साक्ष्य इकट्ठा कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर ये आग कैसे लगी और किन परिस्थितियों में लोगों की यहां पर मौत हो गई।