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बीएसए ने प्रधानाध्यापकों को दिए छात्र उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश

जनपद के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की औसत उपस्थिति को 10 प्रतिशत बढ़ाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग विशेष अभियान चलाने जा रहा है। इसमें सभी शिक्षकों को प्रत्येक बच्चे की उपस्थिति का सतत अनुश्रवण एवं अभिभावकों से निरंतर सम्पर्क करने, उपस्थिति बढ़ाने के लिए बहु-आयामी रणनीति अपनाने के निर्देश दिए गए हैं जिससे कि उनका शैक्षिक उपलब्धि स्तर भी बढ़ाया जा सके।

Story Highlights
  • बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए चलेगा विशेष अभियान
कानपुर देहात। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की औसत उपस्थिति को 10 प्रतिशत बढ़ाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग विशेष अभियान चलाने जा रहा है। इसमें सभी शिक्षकों को प्रत्येक बच्चे की उपस्थिति का सतत अनुश्रवण एवं अभिभावकों से निरंतर सम्पर्क करने, उपस्थिति बढ़ाने के लिए बहु-आयामी रणनीति अपनाने के निर्देश दिए गए हैं जिससे कि उनका शैक्षिक उपलब्धि स्तर भी बढ़ाया जा सके।
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महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से जारी आदेश में समस्त जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिए गए दिशा निर्देशों के तहत अभियान चलाया जाना है इसमें कहा गया है कि शिक्षक बच्चों की कम उपस्थिति के मूल कारणों का विश्लेषण करें, बच्चों के साथ आत्मीय संबंध विकसित करें, निरीक्षण एवं अनुश्रवण के माध्यम से उपस्थिति पर विशेष ध्यान दें और आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत अभिभावकों, ग्राम पंचायत के साथ बैठक, होम विजिट एवं शिक्षा चौपाल का आयोजन करते हुए छात्रों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए अभियान चलाएं।
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बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने प्रधानाध्यापकों एवं इंचार्ज प्रधानाध्यापकों से कहा कि विगत कई माह से यह देखा जा रहा है कि विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की औसत उपस्थिति 65 फीसदी से कम है एवं मध्याह्न भोजन ग्रहण करने वाले बच्चों की भी औसत उपस्थिति लगभग 60 से 65 फीसदी के बीच है जोकि अत्यंत खेदजनक है एवं यह दर्शाता है कि आप द्वारा प्रभावी अनुश्रवण एवं अभिभावकों को प्रेरित कर बच्चों को विद्यालय में पढ़ने हेतु कार्यवाही नहीं की जा रही है। जहां कुछ विद्यालय 70 से 80 फीसदी से ज्यादा छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे हैं वहीं कुछ विद्यालय औसत उपस्थिति 30 से 40 फीसदी ही अंकित कर रहे हैं।
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साथ ही यह भी अवगत/संज्ञनित हुआ है कि कई विद्यालयों में आईवीआरएस के माध्यम से कॉल आने पर प्रधानाध्यापक अथवा सहायक अध्यापक द्वारा कॉल पिकअप न करने के कारण या उनका मोबाइल नंबर अपडेट ना होने के कारण प्रतिदिन की एमडीएम की उपस्थिति दर्ज नहीं कराई जाती है जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक की है। यदि इस माह छात्र-छात्राओं की औसत उपस्थिति नहीं बढ़ती है तो ऐसे विद्यालयों को चिन्हित कर वहां के प्रधानाध्यापक /प्रभारी प्रधानाध्यापक का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कार्यवाही की जाएगी। यदि उपस्थिति निपुण की परीक्षा में एवं अर्द्धवार्षिक, वार्षिक परीक्षाओं में बढ़ सकती है तो प्रतिदिन की कक्षाओं के संचालन के समय छात्र उपस्थित क्यों नहीं बढ़ सकती है।
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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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