धूप में बाहर निकलते समय अपना सिर ढ़क कर रखें : नेहा जैन
जिलाधिकारी नेहा जैन ने बढ़ती गर्मी के प्रकोप को देखते हुए जनपद के नागरिकों को सचेत किया है तथा आपदा विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किये गये सर्तकता को अमल में लाने के बारे में बात कही है, ये सर्तकता निम्न है।
- गर्मी के मौसम में बहनें वाली गर्म हवा (लू) के दृष्टिगत एडवाइजरी जारी
- इस मौसम में सामान्य जन को होने वाली परेशानियों से राहत दिलाना हमारा उद्देश्य: जिलाधिकारी
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें
- पशुओं को बंद शेड या गैराज में रखें, क्योंकि गर्मी के दृष्टिगत पशु संवेदनशील होते है।
अमन यात्रा, कानपुर देहात। जिलाधिकारी नेहा जैन ने बढ़ती गर्मी के प्रकोप को देखते हुए जनपद के नागरिकों को सचेत किया है तथा आपदा विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किये गये सर्तकता को अमल में लाने के बारे में बात कही है, ये सर्तकता निम्न है। गर्मी के मौसम में बहनें वाली गर्म हवा (लू) के दृष्टिगत सुरक्षा एवं बचाव के लिए आम जनमानस एवं पशुओ हेतु जारी दिशा-निर्देश ‘‘क्या करें और क्या न करें,
समस्त लोगो के लिए- रेडियों, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय मौसम एवं तापमान की जानकारी रखें।
पर्याप्त एवं नियमित अन्तराल पर पानी पीते रहें, सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेंशा रखें। स्वयं को हाइड्रेटड रखनें के लिए ओ0आर0एस0 घोल, नारियल पानी, लस्सी, माड़ (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ, आम का पन्ना आदि पेय पदार्थ का इस्तेमाल करें। हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें। धूप में बाहर निकलते समय अपना सिर ढ़क कर रखें। यदि कोई वृद्ध पुरूष/महिला गर्मी से बेचैनी या तनाव महसूस कर रहे है तो उन्हे ठंडक देने का प्रयास करें।
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शिशुओं के लिये- उन्हे पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ एवं पानी पिलाएं। बच्चों को हमेशा ठंडे कमरे में रखें। अत्यधिक गर्मी/लू के दौरान शिशुओं में होने वाली बीमारियों के बारे में जानें। यदि बच्चों के पेशाब का रंग गहरा नजर आये तो समझ लें कि बच्चा डिहाईड्रेशन (पानी की कमी) का शिकार है।
पशुओं के लिये- तेज गर्मी के दौरान जानवरों का छायादार स्थन में रखें जहां पर वो आराम कर सके, ध्यान रखें कि जहां उन्हे रखा गया है वहां दिन भर छाया रहे। पशुओं को बंद शेड या गैराज में रखें, क्योंकि गर्मी के दृष्टिगत पशु संवेदनशील होते है। पीने हेतु पानी के दो बर्तन रखें ताकि एक में पानी खत्म हो जाने पर दूसरे बर्तन में भरे पानी को वो पी सके।
क्या न करें- तेज धूप में विशेष रूप से दोपहर 12:00 बजे से 03:00 बजे के बीच बाहर जाने से बचें। भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें। दोपहर के समय खाना पकाने से बचें, अपने रसोई घर को हवादार बनाये रखने के लिये खिड़की व दरवाजे खुली रखें। शराब, चाय, कॉफी एवं कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थ का सेवन करने से बचें क्योंकि ये हमारे शरीर को निर्जलित करते है। उच्च प्रोटिन वाले भोजन से बचें एवं बासी भोजन कदापि न करें। अपने बच्चों एवं पशुओं को खडी वाहनो के अन्दर न छोडें।