इस अवसर पर जिलाधिकारी नेहा जैन ने कहा कि आने वाला समय जल संग्रहण की दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होने वाला है, विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरे विश्वयुद्ध का कारण जल ही होगा, इस लिए जरूरी है कि जल के स्रोतों को बचाना होगा, उन्होंने प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुओं का उपयोग न करने की सलाह दी, क्योकि प्लास्टिक पर्यावरण की दृष्टि से सर्वाधिक घातक है, आज के दिन हमें एक और संकल्प लेना होगा कि हमारे द्वारा जो तम्बाकू उत्पादों का प्रयोग किया जा रहा है उसको तत्काल बन्द करना होगा, विकल्प के तौर पर आप सौफ का प्रयोग कर सकते है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू निषेध हेतु जो भी ग्राम प्रधान उल्लेखनीय कार्य करेगा उसे आगामी 31 मई को सम्मानित किया जायेगा।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय ने कहा कि पर्यावरण को सरंक्षित करने के लिए हमें अपने भविष्य की पीढ़ियों के लिए कृत संकल्पित होना होगा, पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए समूह की महिलाऐं इसमें उल्लेखनीय भूमिका निभा सकती है। इस अवसर पर पर्यावरण को संरक्षण करने हेतु युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित साइकिल रैली को मा0 मंत्री जी द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
वहीं पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर विभिन्न प्रतियोगिताऐं भी आयोजित करायी जिसमें विजयी बच्चों को मा0 मंत्री जी द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर मंत्री जी द्वारा लाईफ प्रतिज्ञा दिलायी गयी कि ‘‘मैं प्रतिज्ञा करता हूॅ कि पर्यावरण को बचाने के लिए अपने दैनिक जीवन में हर संभव बदलाव लाऊंगा।
मैं यह भी बचन देना हूॅ कि अपने परिवार, मित्रों व अन्य लोगों को पर्यावरण के अनुकूल आदतों और व्यवहारों के महत्व के विषय में सतत् रूप से प्रेरित करूंगा।‘‘ इस मौके पर वनाधिकारी एके द्विवेदी द्वारा भी पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम में सीएमओ डा0 एके सिंह, बीएसए रिद्धी पाण्डेय, डीडीओ गोरखनाथ भट्ट आदि अधिकारीगण व ग्रामीणजन उपस्थित रहे। वहीं जनपद के विभिन्न विद्यालयों में भी बच्चों व शिक्षकों द्वारा वृक्ष लगाकर पर्यावरण संरक्षण करने हेतु संदेश दिया गया।