कविता
फादर्स डे स्पेशल : जिंदगी के सफर में पिता महान होता है, जमीन पर रहकर भी वह आसमान होता है
जिंदगी के सफर में पिता महान होता है l जमीन पर रहकर भी वह आसमान होता है l हर खुशी को अपनी करता है नजरअंदाज , बच्चों के लिए तो वह पूरा जहान होता है ll

जिंदगी के सफर में पिता महान होता है l
जमीन पर रहकर भी वह आसमान होता है l
हर खुशी को अपनी करता है नजरअंदाज ,
बच्चों के लिए तो वह पूरा जहान होता है ll
अपने पिता को लोग क्यों पीछे छोड़ देते हैं l
ढलती उम्र में उसके सपनों को तोड़ देते हैं l
जिंदगी तमाम संघर्ष करता रहा उनके लिए ,
काबिलियत मिलने पर बेटे बेजान छोड़ देते हैंll
परिवार का मुखिया जब पिता होता है l
तो उसके घर में कोई न भूखा सोता है,
इसे कहोगे तुम गुजरे जमाने की बात,
बिना बाप के बेटे से पूछो तो वह कैसे रोता है ll
सोलह की उम्र में हमने पिता को खोया था l
श्मशान घाट पर मैं फूट-फूट कर रोया था l
जीवन की हर खुशी हो गई थी काफूर,
रातों में नींद भर फिर कभी न सोया था ll
राम सेवक वर्माविवेकानंद नगर पुखरायां कानपुर देहात उत्तर प्रदेश.
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