8 वीं पास वार्ड बॉय को युवती से हुआ प्यार,फिर किया सुसाइड
झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एक वार्ड बॉय ने सुसाइड कर लिया।8 वीं पास वार्ड बॉय को एक महिला टीचर से प्यार हो गया था।इसके बाद दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहे।लेकिन कुछ दिन बाद ही गर्लफ्रेंड ने धोखा दे दिया।इसके बाद वह डिप्रेशन में आ गया और अजीब हरकतें करने लगा

झांसी/पुखरायां।झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एक वार्ड बॉय ने सुसाइड कर लिया।8 वीं पास वार्ड बॉय को एक महिला टीचर से प्यार हो गया था।इसके बाद दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहे।लेकिन कुछ दिन बाद ही गर्लफ्रेंड ने धोखा दे दिया।इसके बाद वह डिप्रेशन में आ गया और अजीब हरकतें करने लगा।शुक्रवार को उसने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है।विनय उपाध्याय 33 वर्ष नवाबाद थाना के गुमनावरा का रहने वाला था।उसके मौसेरे भाई संजय ने बताया कि विनय की मां श्यामलली मेडिकल कॉलेज में सरकारी कर्मचारी थी।2011 में उनकी मौत हो गई।इसके बाद विनय हमारे घर रहने लगा।उसे मां की जगह मेडिकल कॉलेज में वार्ड बॉय की नौकरी मिल गई थी।सब कुछ ठीक चल रहा था।इस बीच उसकी एक युवती से दोस्ती हो गई,जो टीचर थी।कुछ समय बाद दोनों के बीच प्यार हो गया। कोरोना काल में दोनो लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे।कुछ दिनों तक युवती विनय के साथ रही।इसके बाद उसने बैंक से डेढ़ लाख रुपए का लोन करा लिया।इसके अलावा वह जेवर व अन्य सामान लेकर चली गई।युवती और उसका परिवार विनय को धमकी देने लगे।
इससे वह परेशान रहने लगा।उसके दिमाग पर इतना बुरा असर पड़ा कि वो पिछले डेढ़ साल से अजीब हरकतें करने लगा।कभी साड़ी पहन लेता था तो कभी दूसरा भेष बना लेता था।वो लोगों से कम बोलता था और अकेला रहना पसंद करता था।पिछले डेढ़ साल से वो नौकरी नहीं जा रहा था। लोन की किस्त भी मैं चुका रहा था।शुक्रवार दोपहर मैं मां को लेकर अस्पताल आया था।विनय घर पर था।वह कमरे में गया और कुंडे पर लुंगी से फंदा बनाकर झूल गया।जब 13 साल की भतीजी संस्कृति कमरे के अंदर गई तो विनय फांसी पर लटका था।वह चिल्लाते हुए बाहर भागी,तब आस पड़ोस के लोगों ने विनय को नीचे उतारा और मेडिकल कॉलेज लेकर आए।यहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।तीन माह पहले भी विनय सुसाइड की कोशिश कर चुका था।विनय की मौत के बाद भी उसकी गर्लफ्रेंड घर पर नहीं आई।शनिवार को पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करवाया।इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया।2011 में विनय के पिता की मौत हो गई थी।विनय उसका इकलौता बेटा था।
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