यूपी विधान परिषद की प्रदेशीय विद्युत व्यवस्था सम्बन्धी जांच समिति ने विद्युत विभाग की समीक्षा, दिये निर्देश
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की प्रदेशीय विद्युत व्यवस्था सम्बन्धी जांच समिति ने जनपद कानपुर देहात का भ्रमण किया।
- जांच समिति ने विद्युत विभाग के कार्यो में लापरवाही पर जताई नाराजगी
- जांच समिति ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को आमजन की समस्याओं के निस्तारण के दिये निर्देश
कानपुर देहात,अमन यात्रा। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की प्रदेशीय विद्युत व्यवस्था सम्बन्धी जांच समिति ने जनपद कानपुर देहात का भ्रमण किया। जिसमें उन्होंने विद्युत विभाग के तहत 27 प्रमुख बिन्दुओं पर विद्युत विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों से वार्ता की और बिन्दुवार गहन समीक्षा कर विद्युत विभाग की कमियों और उनके निराकरण के उपायों पर अधिकारियों से शीघ्र अतिशीघ्र कार्य करने की बात कही गयी। इस महत्वपूर्ण मीटिंग में एई वर्क शॉप के अनुपस्थित रहने पर कमेटी के मेम्बर अत्यन्त नाराज दिखे, साथ ही इस बात पर भी चिन्ता व्यक्त की गयी कि विद्युत विभाग में कानपुर देहात जनपद में 47 जूनियर इंजीनियरों की आवश्यकता है, परन्तु 18 उपलब्ध है, बिन्दुवार समीक्षा के तहत पहले बिन्दु के तहत यह पूछा गया कि वर्तमान समय में प्रत्येक जनपद में आबादी हिसाब से जनपद की विद्युत आपूर्ति की स्थिति क्या है किलोवाट हिसाब से, इस पर बताया कि जनपद कानपुर देहात माह जून 21 में 3,66,000 किवा/366 मेगावाट तक विद्युत आपूर्ति की गयी। ग्रामीण क्षेत्र में रोस्टर के अनुसार 18.00 घण्टे, व तहसील स्तर पर 20 घण्टे तथा जिला मुख्यालय को 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति निर्धारित है।
इसी तरह से क्रमवार प्रश्नों की पूछतांछ सम्बन्धित विद्युत अधिकारियों से की गयी, लेकिन विद्युत अधिकारी किसी प्रश्न का जवाब समुचित तरीके से नही दे पाये इस पर सदस्य अत्यन्त खफा दिखे। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के कार्यालय के बाहर एक सप्ताह के अन्दर सिटीजन चाटर अवश्य लगा दे, जिससे नागरिकों को उनके अधिकारों के बारे में पूरी जानकारी मिल सके, साथ ही उनके समस्याओं की समाधान की समय सीमा भी तय हो सके, साथ ही इस कमेटी के सदस्यों का मानना था कि विद्युत विभाग को अपनी योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित व प्रसारित करना चाहिए, जिससे सामान्य नागरिक इन योजनाओं से परिचित हो सकें, साथ ही कमेटी के अध्यक्ष/विधान परिषद के सदस्य अरूण पाठक ने एक गम्भीर मामला उठाते हुए कहा कि इस जनपद में एक गैंग ऐसा सक्रिय है जो लोगों से फर्जी तरीके से अवैध वसूली करता है, इसमें विद्युत विभाग के कुछ अधिकारी व कर्मचारी भी संलिप्त है.
कृपया शीर्ष विद्युत के अधिकारी इसकी जांच अवश्य करा ले, साथ ही क्षेत्र भ्रमण कर अधिकारी जिले में विद्युत की स्थितियों का निरंतर जायजा लेते रहे। ब्लाकवार समीक्षा करते हुए उन्होंने पाया कि झींझक में सबसे ज्यादा विद्युत की हालत खराब है, वहीं पर सबसे ज्यादा शिकायते भी लंबित है, वहां के एक्सीएन को निर्देशित करते हुए कमेटी के मेम्बरों ने कहा कि इस समस्या का समाधान शीघ्र करे अन्यथा उनके ऊपर कार्यवाही की जायेगी, साथ ही जनपद में लगे हुए ट्रान्सफार्मारों की चेकिंग निरन्तरता के साथ करते रहे, जिससे ट्रान्सफार्मरों के जलने एवं फुकने की घटनायें कम हो, साथ ही उन्होंने विद्युत विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गयी बुकलेट पर भी आपत्ति की और उन्होंने कहा कि इस समिति को दिये गये बुकलेट में अनेक तथ्य समिति से छिपाने की कोशिश की गयी है, जिम्मेदारी के साथ इस बुकलेट का निर्माण नही किया गया है.
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इसमें दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाये, बुकलेट पर दिये गये नम्बरों पर कमेटी के मेम्बरों ने जब फोन मिलाया तो उसका कोई भी जवाब नही मिला, इस पर कमेटी के मेम्बर अत्यन्त नाराज दिखे और उन्होंने कहा कि जब हमारा फोन नही उठ रहा है तो आम आदमी का फोन विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कैसे उठाते होंगे। अन्त में उन्होंने कहा कि जितनी भी शिकायते आम आदमियों की विद्युत से सम्बन्धित आती है उनका निस्तारण शीघ्र अतिशीघ्र किया जाये अन्यथा दोषी अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
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इस बैठक में सभापति अरूण पाठक, सांसद देवन्द्र सिंह भोले, सदस्य मानवेन्द्र सिंह, सदस्य दिलीप उर्फ कल्लू यादव, विधायक रसूलाबाद निर्मला संखवार, जिला सूचना अधिकारी नरेन्द्र मोहन, राकेश वर्मा, कुलदीप यादव, अभिषेक सिंह, अमित सक्सेना, अमतेश कुमार आदि उपस्थित रहे।