यमुना एक्सप्रेस वे पर कांप गई लोगों की रूह, सुबह-सुबह मिलीं दो बच्चों की लाशें; भाई होने का आशंक
धनतेरस का दिन है। दीपावली की आज से शुरुआत हो रही है और बड़ी संख्या में नोएडा और दिल्ली में रहने वाले लोग त्योहार मनाने के लिए आगरा अपने घर आ रहे हैं। सुबह जल्दी निकले लोगों की यमुना एक्सप्रेस वे पर मंजर देखकर रूह कांप गई। अलग अलग स्थानों पर दो बच्चों के शव मिले हैं।
आगरा, अमन यात्रा । धनतेरस का दिन है। दीपावली की आज से शुरुआत हो रही है और बड़ी संख्या में नोएडा और दिल्ली में रहने वाले लोग त्योहार मनाने के लिए आगरा अपने घर आ रहे हैं। सुबह जल्दी निकले लोगों की यमुना एक्सप्रेस वे पर मंजर देखकर रूह कांप गई। अलग अलग स्थानों पर दो बच्चों के शव मिले हैं। जिसने भी ये शव देखे, बच्चों के चेहरे की मासूमियत देखकर और उस हैवान की करतूत की कल्पना कर ही सिहर उठे। दोनों ही बच्चे अच्छे घर के प्रतीत हो रहे हैं, ये भी हो सकता है कि दोनों भाई हों। बहरहाल पुलिस शिनाख्त की कोशिश कर रही है। आसपास के सभी जिलों में सूचना भेजी गई है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर थाना नौहझील और सुरीर कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार सुबह दो बालकों के शव मिले हैं। दोनों की कहीं दूसरे स्थान पर हत्या की गई है और शव को यहां लाकर फेंका गया। एक बालक का शव तार फेसिंग से लटका हुआ था। दोनों के शव मिलने के स्थान में करीब चार किलोमीटर की दूरी है। पुलिस का मानना है कि दोनों आपस में भाई हो सकते हैं।
यमुना एक्सप्रेस वे पर नोएडा से आगरा जाने वाले मार्ग पर माइल स्टोन 78 के समीप तार फेंसिंग पर 10-12 वर्षीय बालक का एक शव लटका मिला। सुबह ग्रामीण अपने खेतों की तरफ जा रहे थे, तब उन्होंने शव लटका देखा। सूचना पर सुरीर कोतवाली पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। बालक के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान हैं। उसके पैर तार फेंसिंग में फंसे थे। बालक ने काले रंग के जूता और नीली जींस, लाल अंडरवियर और नीली, सफेद और काले रंग छींटदार टी शर्ट पहने हैं। माना जा रहा है कि एक्सप्रेस वे से फेंकते समय शव तार फेंसिंग में फंस गया।
इससे करीब चार किलोमीटर दूर नौहझील थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे के माइल स्टोन 74 के समीप 7-8 साल के दूसरे बालक का शव मिला। उसकी भी हत्या की गई है। बालक के सिर और शरीर पर चोट के निशान हैं। दोनों बालकों की पहचान नहीं हो पाई है। शवों की पहचान के लिए पोस्टमार्टम हाउस पर रखवा दिया गया है। दोनों सगे भाई प्रतीत हो रहे हैं। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया, आसपास के ग्रामीण से दोनों बालकों की पहचान कराई गई, लेकिन अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। बालकों के कपड़े, हुलिया, फोटो आदि का विवरण तैयार कर इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया जा रहा है। मध्यप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और एनसीआर के सभी थानों को दोनों बालकों का विवरण भेजा हा रहा है।
एसएसपी ने दोनों के भाई होने से इंकार भी नहीं किया है। उनका कहना है, दोनों शवों की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद बताया, बालकों की मौत के कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो पाएंगे। जब तक इनकी पहचान नहीं हो सकती है, तब तक घटना को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
Author: pranjal sachan
कानपुर ब्यूरो चीफ अमन यात्रा