कर्बला दरगाह में हुआ मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
निवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा दुआ से दवा तक शिविर का आयोजन कर्बला मजार में किया गया। जिसमें मनोरोग चिकित्सक डर. हर दयाल ने बताया कि आमतौर पर दमा, मिर्गी, हिस्टीरिया जैसी बीमारी होने पर शुरू में लोग धार्मिक स्थानों पर जाते हैं। आस्था के अनुसार मौलवी या पुजारी से झाड़ फूंक कराते हैं किंतु इलाज नहीं कराते हैं ।
बांदा। शनिवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा दुआ से दवा तक शिविर का आयोजन कर्बला मजार में किया गया। जिसमें मनोरोग चिकित्सक डर. हर दयाल ने बताया कि आमतौर पर दमा, मिर्गी, हिस्टीरिया जैसी बीमारी होने पर शुरू में लोग धार्मिक स्थानों पर जाते हैं। आस्था के अनुसार मौलवी या पुजारी से झाड़ फूंक कराते हैं किंतु इलाज नहीं कराते हैं ।वास्तव में यह मानसिक रोग की श्रेणी में आते हैं इसके लिए जिला चिकित्सालय सोमवार,बुधवार, शुक्रवार को आकर अपना इलाज करा सकते हैं । मनोरोग चिकित्सक द्वारा मरीज भी देखे गए। अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सरकार मंदिर और मजारों पर शिविर लगाकर मानसिक रोगियों की काउंसिलिंग और इलाज प्रारंभ किया है। इस कार्यक्रम को श्दुआ से दवा तकश् नाम दिया गया है। साइकाइट्रिक नर्स त्रिभुवन नाथ ने बताया कि दुआ के साथ साथ दवा भी आवश्यक है। सहायक अशोक कुमार ने पंपलेट बांटकर लोगों को जागरूक किया। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के जिला सलाहकार डॉ रामवीर ने लोगों को तंबाकू ना खाने की सलाह दी और उसके दुष्प्रभाव के विषय में जानकारी दिया। कर्बला मजार के अध्यक्ष पप्पू ने सबका धन्यवाद किया।