नगर निगम और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय मिलकर करेंगे कानपुर को प्लास्टिक मुक्त
स्वच्छ पर्यावरण तथा जीवन रक्षा की दिशा में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय तथा नगर निगम कानपुर अब साथ मिलकर कार्य करेंगे।
कानपुर,अमन यात्रा : स्वच्छ पर्यावरण तथा जीवन रक्षा की दिशा में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय तथा नगर निगम कानपुर अब साथ मिलकर कार्य करेंगे। इस दिशा में सीएसजेएमयू के साभागार में रेस अभियान का उद्घाटन किया गया, जिसका विषय प्लास्टिक को ना कहें रहा।
बुधवार को कार्यक्रम में वि.वि.कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि प्लास्टिक को ना कहने कि शुरुआत हमें अपने आप से ही करनी होगी, इसके लिए ऑफिस, कैंपस इत्यादि जगहों से प्लास्टिक से बनी चीजों को हटाना होगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक से इस धरती से मुक्त करना है। इसके लिए समाज को समय-समय पर इस कार्य के लिए जागरुक तथा प्रेरित करना है। प्रो. पाठक ने कहा कि सीएसजेएमयू, नगर निगम के साथ मिलकर हैकाथॉन का भी आयोजन करेगा, जहां छात्र और इनोवेटर्स प्लास्टिक के अन्य विकल्प पर अपने आइडिया साझा कर सकेंगे,जिनमें से सर्वश्रेष्ठ विचारों को पुरस्कृत कर सम्मानित भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमें लोगों को प्लास्टिक का सबसे अच्छा और सबसे किफायती विकल्प उपलब्ध कराने की जरुरत है। हमें सोशल साइंटिस्ट, जो समाज को जागरुक कर सके, टेक्नोलॉजिस्ट, जो प्लास्टिक का बेहतर विकल्प उपलब्ध करा सके इस बात को ध्यान में रखते हुए कानपुर को प्लास्टिक मुक्त बनाना है। इस अवसर पर प्रो. पाठक ने वहां उपस्थित सभी लोगो को शपथ भी ग्रहण करवयी।
नगर आयुक्त, शिव शरणप्पा जी.एन ने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग हमारी आदत बन चुका है, इसलिए कानपुर से प्लास्टिक को हटाने के लिए हमें इस अपने दैनिक जीवन से हटाना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के हर नागरिक को अपनी अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए इस अभियान का हिस्सा बनना है। इससे हम कानुपर को स्वच्छ तथा शुद्ध शहर के रुप में स्थापित कर पायेंगे। प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने प्लास्टिक के स्थान पर स्टार्च तथा सैल्यूलोज का उपयोग करने की सलाह दी।
डॉ. अमित सिंह गौड़ ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए बताया कि माइक्रो तथा नैरो प्लास्टिक के उपयोग से पानी तक दूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए जल, खाना और वायु बेहद आवश्यक है और इसको साफ रखने कि जिम्मेदारी भी हमारी ही है। भारत सरकार द्वारा शुरु किये गए इस अभियान में समाज के हर वर्ग को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। डॉ. अनिल कुमार माथुर ने कहा कि प्लास्टिक उपयोग से सिर्फ मानव जीवन ही नही बल्कि जानवरों तक का जीवन प्रभावित हो रहा है। इससे समुद्र में रहने वाले अनेक जीवों को हानि पहुंच रही है, इसलिए इस विषय पर कार्य करना बेहद जरुरी है। डॉ. पतंजलि मिश्रा ने बताया कि प्लासिटक मिट्टी को भी नुकसान पहुंचाता है, जिससे उपजाऊ भूमि बंजर होने की कगार पर है। कार्यक्रम में अदिति शुक्ला और संजीवनी शर्मा ने भी सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प के बारे में चर्चा की। थिंक टीम के द्वारा किया गया नुक्कड़ नाटक आकर्षण का केंद्र रहा। कार्यक्रम का संचालन प्रतीक त्रिवेदी ने किया। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त रोली, कुलसचिव डॉ अनिल यादव, डॉ प्रवीन भाई पटेल, सभी विभागों के शिक्षकगण और छात्र मौजूद रहे।