जर्जर हो चुकी पाइपलाइन को बदलने का काम 3 वर्ष बाद भी अधूरा
नगर की जर्जर हो चुकी पाइपलाइन को बदलने का काम 3 वर्ष से चल रहा है। डेढ़ करोड़ की लागत से डाली जा रही पाइपलाइन की हालत यह है कि पाइपलाइन हैंडओवर होने से पूर्व ही टूट कर गिरने लगी है।
जालौन(उरई)। नगर की जर्जर हो चुकी पाइपलाइन को बदलने का काम 3 वर्ष से चल रहा है। डेढ़ करोड़ की लागत से डाली जा रही पाइपलाइन की हालत यह है कि पाइपलाइन हैंडओवर होने से पूर्व ही टूट कर गिरने लगी है।
नगर में पेयजल व्यवस्था के लिए 4 दसक पूर्व पाइपलाइन डाली गयी थी। 4 दसक पूर्व डाली गयी पाइपलाइन खराब हो चुकी थी। खराब हो चुकी पाइपलाइन को बदलने का काम 3 वर्ष पूर्व शुरू हुआ था। 1.5 करोड़ की लागत से 3.5 किमी पाइपलाइन डाली जानी है। 3 वर्ष पूरे होने के बाद भी पाइपलाइन का काम अधूरा पड़ा हुआ है। पाइपलाइन डालने में मानकों की लगातार ठेकेदार द्वारा अनदेखी की जा रही है जिसका परिणाम यह है कि पाइपलाइन में जगह जगह लीकेज है। पाइपलाइन में लीकेज होने तथा पाइपलाइन डालने में मानकों की अनदेखी के चलते जल संस्थान लेने से मना कर दिया है। पाइपलाइन हैंडओवर होने से पहले ही टूटने लगी है। कांजी चौराहे के पास रखे ट्रांसफार्मर के पास बगैर सपोर्ट के डाली गयी पाइपलाइन टूटकर नाली में गिर गयी है। पाइपलाइन टूटने के कारण इस लाइन से जलापूर्ति बंद पड़ी है। अवर अभियंता जल संस्थान आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि पाइपलाइन डालने में हुई खामियों के कारण अभी पाइपलाइन जल संस्थान के सुपुर्द नहीं है। ठेकेदार काम करायेगें।