परिषदीय स्कूलों में नहीं दिया जा रहा है बच्चों को विशेष भोजन
जिले के सरकारी विद्यालयों के बच्चों को अमृत महोत्सव में 7 दिन तक स्वादिष्ट पकवान परोसे जाने का फरमान महज कागजों तक ही सीमित रह गया है। 11 से 17 अगस्त तक बच्चों को विशेष भोज करवाए जाने का निर्देश है लेकिन अधिकांश स्कूलों में एमडीएम के अतिरिक्त बच्चों को कुछ भी नहीं खिलाया जा रहा है।

कानपुर देहात,अमन यात्रा : जिले के सरकारी विद्यालयों के बच्चों को अमृत महोत्सव में 7 दिन तक स्वादिष्ट पकवान परोसे जाने का फरमान महज कागजों तक ही सीमित रह गया है। 11 से 17 अगस्त तक बच्चों को विशेष भोज करवाए जाने का निर्देश है लेकिन अधिकांश स्कूलों में एमडीएम के अतिरिक्त बच्चों को कुछ भी नहीं खिलाया जा रहा है। जनपद के 1926 परिषदीय विद्यालयों में लगभग 1.70 लाख बच्चे मिड-डे-मील योजना से आच्छादित हैं। देश के आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जिलेभर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान हर घर तिरंगा फहराया जाना है। बच्चे गांव-गांव गली-गली तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं, नारे लगा रहे हैं, लोगों को हर घर तिरंगा लगाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। स्कूलों में भी इस दौरान विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। बता दें स्कूलों में बनने वाले एमडीएम के अलावा छात्र-छात्राओं को विशेष पकवान देने का शासन ने फरमान जारी किया है। इसके तहत एमडीएम में शामिल मीनू के अतिरिक्त 11 से 17 अगस्त तक अलग-अलग दिन हलवा, खीर, पूड़ी व फल दिए जाने हैं। मिठाई में लड्डू या बूंदी भी परोसी जानी है। अधिकारियों के अनुसार स्कूलों में मिड-डे-मील वितरण के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध है। खाद्यान्न की भी कमी नहीं है तो फिर 11 से 17 अगस्त तक आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्कूलों में बच्चों को खीर, हलवा, लड्डू का वितरण क्यों नहीं किया जा रहा है। क्या ऐसे आदेश महज सुर्खियां बटोरने के लिए ही किए जाते हैं।
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