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नियम संगत एवं शासनादेश के अनुरूप ही होंगे कार्य : वित्त एवं लेखाधिकारी

जहां एक तरफ पूरा जनपद वित्त एवं लेखा कार्यालय की निरंतर भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहा है वहीं एक संगठन वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय की शिकायत करते हुए अनर्गल दबाव बनाते हुए शासकीय कार्य बाधित करने में लगा हुआ है।

Story Highlights
  • कोई भी संगठन दबाव बनाकर नहीं करवा सकता फर्जी कार्य
अमन यात्रा , कानपुर देहात। जहां एक तरफ पूरा जनपद वित्त एवं लेखा कार्यालय की निरंतर भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहा है वहीं एक संगठन वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय की शिकायत करते हुए अनर्गल दबाव बनाते हुए शासकीय कार्य बाधित करने में लगा हुआ है। तथाकथित संगठन द्वारा जिलाधिकारी के टोल फ्री नंबर पर शिकायतें करना तथा निदेशालय एवं शासन तक भ्रामक सूचनाओं के आधार पर फर्जी शिकायतें करना शामिल है। उक्त शिकायतों का कारण वित्त एवं लेखा कार्यालय द्वारा जारी पत्र जिसके अनुसार बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा समय-समय पर जारी शासनादेशों का हवाला देते हुए मान्य/अमान्य संगठनों के बारे में अवगत कराया गया था। तथाकथित संगठन पर वित्त एवं लेखा कार्यालय के नाम पर वसूली और दलाली करने के गंभीर आरोप लगाए जा रहे थे, ऐसे में पत्र जारी होने से उक्त संगठन के अवैध आय स्रोत समाप्त हो गए।
इसी संगठन में अशोक सिंह राजावत नामक व्यक्ति जो खुद को तथाकथित संगठन का अध्यक्ष बता रहे हैं पर अशोक सिंह राजावत नामक का कोई भी अध्यापक कानपुर देहात के पेरोल रोल मॉड्यूल पर अंकित नहीं है। उक्त व्यक्ति से जब विद्यालय अवधि में वित्त एवं लेखा कार्यालय आने पर वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा शिक्षण कार्यों के प्रति गंभीर ना होने के लिए टोका गया तो उनका कहना था कि 30 वर्षों की सेवाकाल में इन्होंने न तो कभी शिक्षण कार्य किया है न ही इन्हें ऐसा करने के लिए कोई बाध्य कर सकता है। इसी तथाकथित संगठन के खुद को कोषाधिकारी बताने वाले राहत अली द्वारा अकबरपुर विकासखंड के पेरोल मॉड्यूल में टेंपरिंग करते हुए कुछ शिक्षकों को विशेष लाभ देते हुए उनके एचआरए बिना किसी अधिकारिक निर्देशों के बढ़ा देने की शिकायतें प्राप्त होने पर वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा जोकि सर्व शिक्षा अभियान के चार्ज पर भी हैं ने इनके विद्यालय का पूर्व में निरीक्षण किया था जहां विद्यालय के अभिलेखों में बहुत ज्यादा अनियमितता पाई गईं थी।
उक्त शिक्षकों की सेवा पुस्तिका में भी अनियमितता पाए जाने पर जांच रिपोर्ट प्रभावित करने के लिए तथाकथित संगठन द्वारा जगह-जगह पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। संबंधित प्रकरण के संबंध में शिवा त्रिपाठी वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा कानपुर देहात का कहना है कि कार्यालय में सभी कार्य एक नियमबद्ध प्रक्रिया के तहत किए जाते हैं तथा वित्त एवं लेखा कार्यालय नियमों की परिधि में रहते हुए बिना किसी दबाव में आए अपने दायित्वों का निर्वहन करने को प्रतिबद्ध है। अगर कोई भी व्यक्ति या संगठन दबाव बनाकर मुझसे गलत कार्य करवाने की कोशिश कर रहा है तो वह बहुत बड़ी गलतफहमी में है कि मैं ऐसा करूंगी।
AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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