स्कूल चलो अभियान के बाद अब डीएलएड प्रशिक्षु जाचेंगे परिषदीय विद्यालयों के बच्चों का ज्ञान
डीएलएड छात्र को एक आउट ऑफ स्कूल बच्चे का दाखिला परिषदीय विद्यालय में कराकर सालभर उसकी मॉनिटरिंग करनी थी। स्कूल चलो अभियान के तहत वर्तमान सत्र में एक प्रशिक्षु एक प्रवेश योजना के तहत यह जिम्मेदारी डीएलएड छात्रों को सौंपी गई थी। यह काम उनके प्रोजेक्ट वर्क में शामिल किया गया था।
- निपुण विद्यार्थी की पहचान के लिए जनवरी से मार्च तक चलेगा अभियान
लखनऊ/ कानपुर देहात- डीएलएड छात्र को एक आउट ऑफ स्कूल बच्चे का दाखिला परिषदीय विद्यालय में कराकर सालभर उसकी मॉनिटरिंग करनी थी। स्कूल चलो अभियान के तहत वर्तमान सत्र में एक प्रशिक्षु एक प्रवेश योजना के तहत यह जिम्मेदारी डीएलएड छात्रों को सौंपी गई थी। यह काम उनके प्रोजेक्ट वर्क में शामिल किया गया था। इसके बदले उन्हें आंतरिक मूल्यांकन में अंक दिए गए थे। अब डीएलएड प्रशिक्षुओं को नया कार्य दिया गया है। अब परिषदीय स्कूलों में निपुण विद्यार्थी की पहचान के लिए जनवरी से मार्च तक अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए नौ हजार से ज्यादा डीएलएड प्रशिक्षुओं को आकलन का काम सौंपा जाएगा। हर प्रशिक्षु को एक स्कूल के 30 बच्चों का आकलन करना होगा। प्रशिक्षु को 500 रुपये प्रति दिन प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बुधवार को इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया है। निपुण आकलन कक्षा एक से तीन के बच्चों का किया जाना है। एक स्कूल के 30 यानी हर कक्षा के 10-10 बच्चों का आकलन किया जाएगा। इसके लिए रोस्टर तैयार करते हुए दो चरण में इसे पूरा किया जाएगा। जनवरी से मार्च के बीच सभी विद्यालयों में बच्चों का निपुण लक्ष्य ऐप पर आकलन पूरा करना होगा। डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रतिमाह 5 कार्यदिवसों में 10 विद्यालयों ( 2 विद्यालय प्रति कार्यदिवस) में जाना होगा। प्रशिक्षुओं को स्वयं के स्मार्टफोन / टैबलेट के माध्यम से बच्चों का निपुण ऐप से आकलन करना होगा। हर महीने कार्यकम आयोजित करते हुए निपुण विद्यार्थी को सम्मानित करते हुए उन्हें एक बैज प्रदान किया जाएगा।