बीएसए के निरीक्षण में पढ़ाई-लिखाई की खुली पोल
परिषदीय स्कूलों में सुविधाएं और सेवाओं का जायजा लेने के लिए बीएसए ने खुद कमान संभाली हुई है। उनके द्वारा लगातार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है।
- एआरपी अपने कार्यों में बरत रहे हैं ढिलाई, बीएसए ने फटकार लगाई
कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों में सुविधाएं और सेवाओं का जायजा लेने के लिए बीएसए ने खुद कमान संभाली हुई है। उनके द्वारा लगातार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। आज रसूलाबाद विकासखंड के स्कूलों में पढ़ाई का स्तर जांचने के लिए बच्चों से प्रश्न पूछे और कुछ बच्चों से गणित के प्रश्न ब्लैक बोर्ड पर हल करवाए तो शैक्षिक स्तर निम्न पाया गया।
आज प्राथमिक विद्यालय मुर्रा एवं संविलियन विद्यालय मक्का निवादा रसूलाबाद का निरीक्षण बीएसए द्वारा किया गया जिसमें दोनों विद्यालयों में शैक्षिक स्तर निम्न पाया गया जिसके लिए बीएसए द्वारा अत्यंत नाराजगी व्यक्त की गई। दोनों ही विद्यालयों में समुचित साफ-सफाई नहीं मिली एवं एआरपी द्वारा भी उक्त विद्यालयों में प्रभावी सुपरविजन नही किया गया है। इन विद्यालयों में माह सितंबर से किसी भी एआरपी द्वारा सुपरविजन भी नहीं किया गया, उन्होंने फोन पर सभी एआरपी को फटकारा। कायाकल्प के बिंदुओं पर भी बीएसए द्वारा नाराजगी जताते हुए दोनों विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को सख्त निर्देश दिए गए।
बीएसए ने प्रधानाध्यापकों को यह हिदायत भी दी कि कंपोजिट ग्रांट की धनराशि का उपयोग शासनादेश के अनुसार सही तरीके से विद्यालय अवस्थापना सुधार में ही किया जाए। स्कूलों में व्याप्त खामियों को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए साथ ही स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर 10 फीसदी की धनराशि अनिवार्यरूप से खर्च करने की बात कही।
बीएसए के निरीक्षण पर होने की सूचना जैसे ही शिक्षकों तक पहुंची तो अधिकांश अपने अपने स्कूलों में पूरी तरह से मुस्तैद हो गए। बीएसए दो स्कूलों का निरीक्षण करने के बाद वहां से चली गई तो शिक्षकों ने राहत की सांस ली।