श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन
मलासा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम रायरामपुर में बीते 23 मार्च से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर गुरुवार को हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया।

ब्रजेंद तिवारी, पुखरायां। मलासा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम रायरामपुर में बीते 23 मार्च से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर गुरुवार को हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया।कथावाचक सूरजपुर ह्रदयपुर कानपुर देहात से पधारे पंडित श्याम नारायण तिवारी ने सात दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद्भागवत कथा की महिमा बताई।
विकासखंड के रायरमापुर गांव में बीते एक सप्ताह से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन के अवसर पर हवन व पूजन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।इस दौरान सात दिन तक चली कथा में कथावाचक पंडित श्याम नारायण तिवारी ने भक्तों को श्रीमद्भागवत कथा की महिमा बताई।उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा।परम पूज्य पंडित श्याम नारायण तिवारी ने कहा कि हवन यज्ञ से वातावरण एवम वायुमंडल शुद्ध होने के साथ साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है।व्यक्ति में धार्मिक आस्था जाग्रत होती है।दुर्गुणों के बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं।यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं।उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है।इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं।विचारों में बदलाव होने से व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है।जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का अपमान होता है।वहीं हवन पूजन के पश्चात शुरू हुए भंडारे में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया जो देर रात्रि तक जारी रहा।इस मौके पर परीक्षित दयाराम पाल,आकाश शर्मा,रमाशंकर पाल, निर्देश पाल, रामगोपाल सविता, प्रमोद सविता, रामसजीवन पाल,विनोद पांडेय, मोंटी पांडेय, रघुवीर तिवारी,मदन मिश्रा,आशीष पाण्डेय,शशांक पांडेय,सौरभ सहित समस्त ग्रामवासी व क्षेत्रवासी भी मौजूद रहे।
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