अनुदेशकों, शिक्षामित्रों के खातों में दिवाली के पहले भेजा गया मानदेय
वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग सुर्खियों में है। शिक्षकों के वेतन भुगतान का मामला हो या संविदा पर कार्यरत शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों के मानदेय का मामला हो सभी के वेतन एवं मानदेय का भुगतान समय से हो रहा है।
- प्रदेश में सबसे पहले शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को मानदेय देने वाला जनपद बना कानपुर देहात
राजेश कटियार, कानपुर देहात। वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग सुर्खियों में है। शिक्षकों के वेतन भुगतान का मामला हो या संविदा पर कार्यरत शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों के मानदेय का मामला हो सभी के वेतन एवं मानदेय का भुगतान समय से हो रहा है। जनपद में 5652 शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी, 1754 शिक्षामित्र एवं 200 अनुदेशक कार्यरत हैं। शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को प्रत्येक माह की 1 तारीख को वेतन भेज दिया जाता है तो वहीं दूसरी ओर संविदा पर कार्यरत अनुदेशकों एवं शिक्षामित्रों की ग्रांट आते ही बिना किसी देरी के मानदेय भेज दिया जाता है।
अक्टूबर माह की ग्रांट आते ही जिले के शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के खाते में दिवाली के पहले चार नवंबर को मानदेय भेज दिया गया है। शिक्षकों, शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों ने बीएसए और वित्त एवं लेखाधिकारी का आभार व्यक्त किया है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि जब त्योहार को देखते हुए भुगतान किया जा रहा हो।
जनपद में लगातार सबसे पहले भुगतान किया जा रहा है। इस माह पूरे प्रदेश में कानपुर देहात ने अपने सभी कर्मचारियों के वेतन एवं मानदेय के भुगतान किए जाने में प्रथम स्थान हासिल किया है। बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 200 अनुदेशक और प्राइमरी स्कूलों में 1754 शिक्षामित्र तैनात हैं। इनके अक्टूबर तक के मानदेय का भुगतान कर दिया गया है। चार अक्टूबर यानि शनिवार को अनुदेशकों के खाते में नौ-नौ हजार और शिक्षामित्रों के खाते में दस-दस हजार रुपये मानदेय भेजा गया है।
हालांकि इन्हें इस माह में भी बढ़ा हुआ मानदेय नहीं दिया गया है। विभाग का कहना है कि अभी तक कोई ऐसा आदेश नहीं आया है। वित्त एवं लेखाधिकारी आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन एवं पारदर्शी है। हर समय लेखा कार्यालय की कोशिश अपने सभी कर्मियों को समय से वेतन / मानदेय मुहैया कराने की रहती है।