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ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में शिक्षकों ने बीआरसी केंद्रों पर दिया धरना

जनपद के सभी ब्लाक संसाधन केंद्रों पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के विरोध में शिक्षकों द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

Story Highlights
  • शिक्षकों ने कहा हमें बदनाम करने की कुत्सित मानसिकता छोड़िए, हम विपरीत परिस्थितियों में भी उत्कृष्ट परिणाम देते रहे हैं हमें व्यवस्था दीजिए हम ऑनलाइन हाजिरी भी देंगे

राजेश कटियार, कानपुर देहात। जनपद के सभी ब्लाक संसाधन केंद्रों पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के विरोध में शिक्षकों द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापित एक ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा।

शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों और छात्र-छत्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर अब विरोध और तेज हो गया है। शिक्षकों का कहना है कि विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति के लिए शिक्षकों पर उनकी आईडी पर सिम लेने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा देहात क्षेत्रों में पहले ही नेटवर्क ऑनलाइन कार्य करने में बाधा बन रहा है।

नेटवर्क के कारण शिक्षकों को छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उनका यह भी कहना था कि शिक्षक काफी समय से पुरानी पेंशन बहाली, कैशलेस चिकित्सा, पदोन्नति, स्थानांतरण और प्रोन्नत वेतनमान की मांग कर हैं मगर शिक्षकों की मांगों को पूरा करने के बजाए उन पर नई व्यवस्था थोपी जा रही है। शिक्षकों को परेशान और बदनाम किया जा रहा है जिसका हम सभी विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों का सरकार से कहना है कि हमें बदनाम करने की कुत्सित मानसिकता छोड़िए। हम विपरीत परिस्थितियों में भी उत्कृष्ट परिणाम देते रहे हैं। हमें व्यवस्था दीजिए हम ऑनलाइन हाजिरी भी देंगे। हमें पुरानी पेंशन दीजिए हम उत्तम प्रदेश देंगे।

हमें निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा दीजिए हम स्वस्थ समाज निर्मित कर देंगें।

हम इस दुर्भावना पूर्ण मानसिकता के फेशियल बायोमेट्रिक उपस्थिति का विरोध तब तक करते रहेंगे जब तक कि हमें हॉफ डे लीव नहीं मिल जाती। जब तक कि हमें 30 दिन ईएल नहीं मिल जाती। जब तक कि हमें 60 दिन (एक बार में 15 दिन सेवाकाल में कुल 4 बार) अंत्येष्टि अवकाश नहीं मिल जाता।

 

जब तक कि हमें अवकाश के दिनों में अतिरिक्त कार्य लिए जाने पर पोर्टल पर उपार्जित अवकाश इंट्री और स्वीकृत करने का अधिकार प्रधानाध्यापक को नहीं मिल जाता। जब तक कि हमें अन्य कार्यों से मुक्त करके सिर्फ शिक्षण कार्य करने का अधिकार नही मिल जाता।जब तक कि शिक्षण कार्य अवधि 10 बजे से 3 तक नहीं हो जाता। पुरानी पेंशन बहाली, ट्रांसफर, प्रमोशन, कैशलेश इलाज सहित लगभग 10 समस्याएं जोकि आपके विभाग में पिछले कई सालों से लंबित हैं उनका निस्तारण नहीं हो जाता।

AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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