जूता बनाने वाली फैक्टरी का उपायुक्त ने किया निरीक्षण, दिए अहम निर्देश
औधोगिक क्षेत्र जैनपुर स्थित जूता बनाने वाली फैक्टरी का शुक्रवार को उपायुक्त मोहम्मद सऊद, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण आशुतोष पाण्डेय, सहायक उपायुक्त हिमांशु भट्ट ने निरीक्षण किया।
- अधिकारियो ने 15 जनवरी तक तक पानी युक्त प्लांट बंद करने के निर्देश दिए है।
रनियां, संवाददाता। औधोगिक क्षेत्र जैनपुर स्थित जूता बनाने वाली फैक्टरी का शुक्रवार को उपायुक्त मोहम्मद सऊद, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण आशुतोष पाण्डेय, सहायक उपायुक्त हिमांशु भट्ट ने निरीक्षण किया। फैक्टरी में उन्हे पानी युक्त प्लांट बंद मिला। अधिकारियो ने 15 जनवरी तक तक पानी युक्त प्लांट बंद करने के निर्देश दिए है।
ट्रीटमेंट के बाद में उत्पादन के बाद बचा तरल कचरा पानी के माध्यम से नालों में जाता है। यह नाले जिले की रिंद, सेंगुर व नोन नदी से जुड़े हैं। इससे गंदा पानी यमुना व गंगा में मिलता है। शासनादेश के तहत छह शाही स्नान के दौरान ये फैक्ट्रियां बंद रहेंगी।
जिले में कुल 18 जलप्रदूषणकारी इकाइयां संचालित हैं। इसने निकलने वाला पानी मानकों के अनुरूप शोधित नहीं हो पाता है। और सहायक नदियों के माध्यम से यमुना गंगा में मिलता है, और फिर प्रयागराज तक पहुंचता है। शाही स्नान के दौरान देश व विदेश के लाखों श्रद्धालु यहां डुबकी लगाते हैं। ऐसे में फैक्ट्रियों का गंदा पानी पहले से रोक दिया जाता है ताकि संगम तट पर पानी निर्मल रहे। 12 जनवरी से माघ मेला का पहला सेमेस्टर शुरू हुआ है।
माघ मेले के पहले दिन अधिकारियो का दौरा शुरू हो गया। जैनपुर स्थित प्राची लेदर फैक्टरी में पहुंचे उपायुक्त, सहायक उपायुक्त, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,जेई संदेश कुमार फैक्टरी का निरीक्षण किया। क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि जहां पर प्लांट से पानी बाहर जाता है,वह बंद मिला है। फैक्टरी प्रबंधन को माघ मेला के दौरान फैक्टरी से बाहर पानी नहीं निकलना के निर्देश दिए है।