अमरोहा : ज्वैलरी कारोबारी व उसकी बेटी की गला रेतकर हत्या
अमरोहा में ज्वैलरी कारोबारी और उनकी 27 साल की बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी गई।दोनों का खून से लतपथ शव कमरे के फर्श पर मिला है।शनिवार सुबह बारदात का पता चला है।
ब्रजेंद्र तिवारी, अमरोहा/पुखरायां। अमरोहा में ज्वैलरी कारोबारी और उनकी 27 साल की बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी गई।दोनों का खून से लतपथ शव कमरे के फर्श पर मिला है।शनिवार सुबह बारदात का पता चला है।घर के दूसरे हिस्से में कारोबारी के बेटे बहू थे।उनको वारदात की भनक तक नहीं लगी।कारोबारी का पूरा घर सीसीटीवी से लैस है।
घर में 15 सीसीटीवी हैं।लेकिन वारदात के वक्त सभी सीसीटीवी बंद थे।मौके पर पहुंची पुलिस ने कारोबारी योगेश चन्द्र द्विवेदी और उनकी बेटी श्रष्टि के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।फोरेंसिक टीम ने कमरे के अंदर जांच की।शहर कोतवाली इलाके के कटरा गुलाम अली में योगेश चन्द्र द्विवेदी 67 अपनी बेटी श्रष्टि 27 के साथ रहते थे।श्रष्टि उनके साले की बेटी थी।जिसे उन्होंने तीन साल पहले गोद लिया था।योगेश चंद्र की ज्वैलरी की बड़ी दुकान थी।वह उधोग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष तथा आरएसएस की संस्था सेवा भारती के संरक्षक भी थे।योगेश चंद्र की पत्नी छाया की तीन वर्ष पहले कोरोना के चलते मृत्यु हो चुकी है।परिवार में बेटा इशांक और बहू मानसी हैं।
बेटे की शादी होने के बाद वह पत्नी के साथ दिल्ली में ही कारोबार करने लगा था।हालांकि शुक्रवार रात बेटे बहू घर के दूसरे हिस्से में थे।हादसे की जानकारी उन्हे सुबह हुई।योगेश चंद्र एक बड़े कारोबारी थे।ऐसे में घर की सुरक्षा का भी उन्होंने पूरा इंतजाम कर रखा था।आमतौर पर उनके घर का मेन गेट बंद रहता था।शनिवार सुबह पड़ोस की महिला ने देखा कि घर का मेन गेट खुला हुआ था।उन्हें शक हुआ तो उन्होंने आवाज लगाई।लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो वह आवाज लगाते हुए अंदर चली गई।वहां अंदर का हाल देखकर वह चीखते हुए बाहर आई।कमरे में खून बिखरा था।योगेश और बेटी के शव खून से लतपथ जमीन पर पड़े हुए थे।इसके बाद बेटा इशांक बहू भी दौड़ते हुए नीचे आए।सूचना पुलिस को दी गई।डबल मर्डर की सूचना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।डीआईजी, एसपी भी मौके पर पहुंच गए। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक एक्सपर्ट को भी बुलाया गया।पुलिस सूत्रों के मुताबिक बाप बेटी की चाकू से गला रेतकर हत्या की गई है।वारदात से पहले उन्होंने संघर्ष भी किया है।क्योंकि पूरे कमरे में खून बिखरा हुआ था।इसके अलावा अलमारियां भी टूटी थी।
हत्या के बाद हमलावरों ने शवों के चेहरों पर कपड़ा डाल दिया था।इससे पुलिस को आशंका है कि पहले हत्या की गई है।इसके बाद लूट या चोरी की गई है।मृतक का बेटा इशांक घर के दूसरे हिस्से में रहता था।रात को भी वह अपनी पत्नी के साथ वहीं पर था।इशांक ने बताया कि वारदात का उसे सुबह छः बजे पता चला।एक ही घर में दो लोगों की हत्या हो गई लेकिन बेटे बहू को भनक तक नहीं लगी।यह बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है।बेटा इशांक की दिल्ली में एक गत्ता फैक्ट्री है।इशांक व उनकी पत्नी सप्ताह में एक बार ही घर आते थे।अमरोहा में केवल योगेश चंद्र व उनकी दत्तक पुत्री श्रष्टि ही रहते थे।घर चारों तरफ से बंद था।ग्राउंड फ्लोर पर योगेश चन्द्र तो पहले फ्लोर पर बेटे का कमरा है।लेकिन दोनों के रास्ते मेन गेट से ही अलग अलग हैं।योगेश चंद्र के घर एक महिला खाना बनाने आती थी।
रात में भी सब कुछ सामान्य था।परिवार में सब कुछ ठीकठाक चल रहा था।शुक्रवार की रात्रि योगेश अपनी बेटी के साथ घर पर थे।एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।डॉग स्क्वायड व फोरेंसिक टीम ने भी मौका मुआयना किया।इस घटना में सबसे हैरानी की बात यह है कि योगेश चंद्र का पूरा घर सीसीटीवी से लैस है।फिर भी रात को सारे कैमरे बंद थे।एसपी का कहना है कि घटना का कारण स्पष्ट नहीं है।सारे मामले की जांच की जा रही है।जल्द खुलासा किया जायेगा।