बार बार केवाईसी कराने के झंझटों से मिलेगी मुक्ति, सभी कामों के लिए होगी एक ही केवाईसी
केवाईसी प्रक्रिया हम सभी के जीवन में शामिल हो चुकी है। बैंक अकाउंट खोलना हो, बीमा लेना हो या फिर स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करना हो, इन सभी कामों के लिए हमें केवाईसी प्रक्रिया से होकर गुजरना ही पड़ता है। बैंकिंग एवं फाइनेंस सेवाओं के डिजिटलीकरण के साथ ही केवाईसी प्रोसेस भी अब हर जगह आवश्यक हो जा चुकी है। अब इसमें बड़ा बदलाव आने जा रहा है
कानपुर देहात। केवाईसी प्रक्रिया हम सभी के जीवन में शामिल हो चुकी है। बैंक अकाउंट खोलना हो, बीमा लेना हो या फिर स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करना हो, इन सभी कामों के लिए हमें केवाईसी प्रक्रिया से होकर गुजरना ही पड़ता है। बैंकिंग एवं फाइनेंस सेवाओं के डिजिटलीकरण के साथ ही केवाईसी प्रोसेस भी अब हर जगह आवश्यक हो जा चुकी है। अब इसमें बड़ा बदलाव आने जा रहा है।
केंद्र सरकार जल्द ही यूनिफॉर्म केवाईसी के नियम लागू कर सकती है। इसके तहत बैंक, बीमा से लेकर म्यूचुअल फंड और अन्य वित्तीय क्षेत्रों के लिए एक ही केवाईसी होगी। वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद ने वित्तीय क्षेत्र में एक समान केवाईसी प्रणाली लागू करने का प्रस्ताव सरकार को दिया है। केंद्र ने समान केवाईसी नियमों पर सिफारिशों के लिए वित्त सचिव टीवी सोमनाथन की अगुवाई में विशेषज्ञ समिति बनाई है जो यूनिफॉर्म केवाईसी को लेकर नियमों का ढांचा तैयार करेगी। अभी विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग केवाईसी करवानी पड़ती है। वर्ष 2016 में सेंट्रल केवाईसी रिकॉर्ड्स रजिस्ट्री का गठन किया गया। एक बार पंजीकरण के बाद इसी एजेंसी के जरिए अलग अलग संस्थानों को केवाईसी दस्तावेज जारी किए जाते हैं।
बस एक बार पंजीकरण की होगी जरूरत-
बताया जा रहा है कि प्रस्तावित नई केवाईसी प्रक्रिया के तहत एक बार केवाईसी दस्तावेज पंजीकृत हो जाने के बाद सीकेवाईसी पहचान पत्र जारी किया जाएगा। इसमें 14 अंकों की विशेष संख्या होगी। बचत खाता खोलने, म्यूचुअल फंड में निवेश करने और बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए निवेशक को अलग-अलग केवाईसी दस्तावेज जमा करने के बजाय केवल एक बार सीकेवाईसीआर से जुड़ा केवाईसी विवरण देना होगा।
वित्तीय सेवाओं को आसान बनाने की कोशिश-
इस कवायद के जरिए सरकार की कोशिश है कि वित्तीय सेवाओं को आसान बनाया जाए। इस प्रक्रिया के लागू होने से कागजी कार्यवाही, समय और लागत को कम करने में मदद मिलेगी। यूनिफॉर्म केवाईसी की मदद से सभी वित्तीय कामों के लिए अलग-अलग केवाईसी करवाने की जरूरत खत्म हो जाएगी।