लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद पहली बार मिले मोदी-योगी,सीएम ने झुककर किया प्रणाम तो पीएम ने ठोकी पीठ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एनडीए की बैठक में अपना भाषण खत्म करने के बाद कार्यक्रम में शामिल सभी घटक दल के नेताओं और प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों से मुलाकात की।इस दौरान सीएम योगी ने पीएम को झुककर प्रणाम किया तो पीएम ने उनकी पीठ थपथपाई। वहीं अन्य नेताओं ने पीएम को गिफ्ट भी दिया।पीएम ने एक-एक कर सभी लोगों से मुलाकात की
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एनडीए की बैठक में अपना भाषण खत्म करने के बाद कार्यक्रम में शामिल सभी घटक दल के नेताओं और प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों से मुलाकात की।इस दौरान सीएम योगी ने पीएम को झुककर प्रणाम किया तो पीएम ने उनकी पीठ थपथपाई। वहीं अन्य नेताओं ने पीएम को गिफ्ट भी दिया।पीएम ने एक-एक कर सभी लोगों से मुलाकात की। एनडीए संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि 2024 का जनादेश एक बात को बार-बार पुख्ता कर रहा है कि आज के परिदृश्य में देश को सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर भरोसा है।
जब इतना अटूट भरोसा हो तो देश की अपेक्षाएं बढ़ना स्वाभाविक है।मैं इसे अच्छा मानता हूं। पीएम ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि हमने जो 10 साल काम किया वो तो बस ट्रेलर है।ये सिर्फ चुनावी बयान नहीं था, ये मेरा कमिटमेंट था। पीएम मोदी ने कहा कि हम न हारे थे, न हारे हैं,लेकिन 4 तारीख के बाद हमारा व्यवहार हमारी पहचान बताता है कि हम जीत को पचाना जानते हैं।हमारे संस्कार ऐसे हैं कि हम जीत की गोद में उन्माद नहीं पालते और न ही हारे हुए का मजाक उड़ाने के संस्कार हमारे अंदर हैं। पीएम ने कहा कि हम विजयी की रक्षा करते हैं और पराजित का मजाक उड़ाने की विकृति हमारे अंदर नहीं है,ये हमारे संस्कार हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आप किसी भी बच्चे से पूछिए कि लोकसभा चुनाव से पहले किसकी सरकार थी तो वो कहेगा एनडीए।फिर उससे पूछिए कि 2024 के बाद किसकी सरकार बनी तो वो कहेगा एनडीए। पीएम ने कहा कि पहले भी एनडीए थी, आज भी एनडीए है और कल भी एनडीए है। 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाई। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि अगर हम 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो हर पैरामीटर से दुनिया मानेगी कि ये एनडीए की महाविजय है।आपने देखा कि दो दिन कैसे बीते, ऐसा लगा जैसे हम हार गए, क्योंकि उन्हें (विपक्ष को) अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए ऐसे काल्पनिक वादे करने पड़े। पीएम ने कहा कि अगर गठबंधन के इतिहास में आंकड़े देखें तो ये सबसे मजबूत गठबंधन सरकार है।इस जीत को स्वीकार न करने का प्रयास किया गया।