पारस्परिक स्थानांतरण के बाद अब होंगे शिक्षकों के समायोजन
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के बाद अब उनके समायोजन की तैयारी की जा रही है। इसके प्रस्ताव पर शासन ने मोहर लगा दी है। शासन ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षक और छात्र का अनुपात दुरुस्त करने की कवायद शुरू की है। इसमें परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को जिले के अंदर समायोजित किया जाएगा जिन परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की संख्या कम है वहां पर अध्यापकों का समायोजन होगा
कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के बाद अब उनके समायोजन की तैयारी की जा रही है। इसके प्रस्ताव पर शासन ने मोहर लगा दी है। शासन ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षक और छात्र का अनुपात दुरुस्त करने की कवायद शुरू की है। इसमें परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को जिले के अंदर समायोजित किया जाएगा जिन परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की संख्या कम है वहां पर अध्यापकों का समायोजन होगा। जहां पर छात्रों की तुलना में इनकी संख्या अधिक है उन्हें दूसरे विद्यालयों में भेजा जाएगा। छात्रों के साथ ही शिक्षकों की भी नियुक्ति संबंधी पूरी जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जाएगी। जिले के कई ऐसे विद्यालय हैं जो एक शिक्षक या शिक्षामित्रों द्वारा संचालित हो रहे हैं। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को जिले के अंदर समायोजन किया जाएगा ताकि सभी विद्यालयों में शिक्षक छात्रों के अनुपात को ठीक किया जा सके। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने प्रक्रिया शुरू कर दी है हालांकि नगर क्षेत्र के स्कूलों में समायोजन नहीं किया जाएगा जबकि सबसे अधिक शिक्षकों की जरूरत नगर क्षेत्र के स्कूलों में ही है।
ये हैं मानक-
प्राइमरी स्कूलों में निर्धारित मानक के अनुसार 30 बच्चों पर एक शिक्षक, 45 बच्चों पर दो शिक्षक, 60 बच्चों पर तीन शिक्षक, 75 बच्चों पर चार तथा 90 बच्चों पर पांच शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। देखा जाए तो यह मानक जिले के अधिकांश प्राइमरी स्कूलों में नहीं है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा स्कूलों में शिक्षकों का मानक पूरा करने की कवायद शुरू की गई है। इसमें नगर क्षेत्र के स्कूल शामिल नहीं हैं। जल्द ही जिस स्कूल में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या कम होगी वहां शिक्षक भेजे जाएंगे तथा जहां शिक्षक अधिक होंगे, बच्चे कम होंगे वहां से शिक्षकों को हटाकर दूसरे स्कूल में समायोजित किया जाएगा।