24 सितंबर को मीना के जन्मदिन पर आयोजित होगा एक दिवसीय मीना मेला
जिले में पीएम श्री योजना के तहत चयनित विद्यालयों में मीना मंच का गठन किया गया है। मीना मंच का कार्य किशोर-किशोरियों को सजग एवं सशक्त बनाना है। इसको लेकर आने वाली 24 सितंबर को मीना मेले का आयोजन किया जाएगा।
- प्रति विद्यालय 3000 रुपए के बजट के साथ दिशा-निर्देश जारी
राजेश कटियार, कानपुर देहात। जिले में पीएम श्री योजना के तहत चयनित विद्यालयों में मीना मंच का गठन किया गया है। मीना मंच का कार्य किशोर-किशोरियों को सजग एवं सशक्त बनाना है। इसको लेकर आने वाली 24 सितंबर को मीना मेले का आयोजन किया जाएगा। मीना दिवस के अवसर पर विद्यालय स्तर पर जागरूकता संबंधी विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर प्रति विद्यालय तीन हजार रुपये की ग्रांट भी जारी की गई है। मेले को लेकर विभाग तैयारियों में जुट गया है।
बीएसए अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि उच्च प्राथमिक तथा कंपोजिट विद्यालयों में बालिकाओं की शिक्षा एवं सशक्तिकरण के मुद्दों पर अभिभावकों व जनसमुदाय को जागरूक करने के लिए एक दिवसीय मीना मेले का आयोजन किया जाना है। मीना मेला विद्यालय का आयोजन विद्यालय स्तर पर एक दिन के लिए विद्यालय के प्रधानाध्यापक, मीना मंच की सुगमकर्ता के नेतृत्व में किया जाएगा। मीना मंच के बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार विषय वस्तु के आधार पर 10 टीम बनाकर उन्हें स्टाल लगाने के लिए विषय आवंटित किए जाएंगे।
सभी टीम में पांच सदस्य होंगे जिसमें मीना मंच के तीन सदस्य, विद्यालय से पास आउट एक बालिका अथवा अभिभावक शामिल किए जाएंगे। कार्यक्रम 24 को आयोजित होगा। कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के स्टाल लगाए जाएंगे। इसमें विज्ञान के खेल, गणित के ट्रिक, कबाड़ से जुगाड़, जलवायु परिवर्तन एवं स्वच्छ परिवेश, कानूनी जागरूकता, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, पैनल चर्चा, पोस्टर, बाल-अखबार, कॉमिक बुक का निर्माण एवं प्रदर्शन, बच्चों द्वारा विविध मुद्दों पर तैयार किए गए स्लोगन, पोस्टर, बाल-अखबार, कॉमिक बुक का निर्माण कर गैलरी में प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
साथ ही खेलकूद-कबड्डी, क्रिकेट, कैरम, पपेट निर्माण, थियेटर पर आधारित खेल करवाए जाएंगे। वहीं मीना मंच मेले में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मीना पर आधारित फिल्म मुझे स्कूल अच्छा लगता है का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही विविध सामाजिक मुद्दों जिसमें स्वास्थ्य एवं पोषण, सुरक्षा संरक्षा, बाल विवाह, दहेज प्रथा, सेल्फ एस्टीम, महिला शिक्षा एवं सशक्तीकरण तथा अन्य स्थानीय समस्याओं पर आधारित नाटकों, गीतों, एकांकी, पपेट शो सहित कई अन्य मुद्दों पर कार्यक्रम होंगे।