डेटिंग एप के जरिए दोस्ती कर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने किया भंडाफोड़,भेजा जेल
कानपुर में हनीट्रैप का एक मामला सामने आया है।पुलिस ने जाल में फंसाकर ठगी करने के मामले में एक युवती सहित दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
ब्रजेंद्र तिवारी, कानपुर। कानपुर में हनीट्रैप का एक मामला सामने आया है।पुलिस ने जाल में फंसाकर ठगी करने के मामले में एक युवती सहित दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।युवती लोगों को टिंडर और बम्बल जैसे सोशल मीडिया डेटिंग एप के जाल में फंसाती और फिर लूटपाट कर फरार हो जाती थी।युवती ने हाईकोर्ट के अधिवक्ता के साथ भी ठगी की थी।उसकी शिकायत पर पुलिस ने जांच की।
उसके बाद युवती और उसके दो साथियों को सोमवार को किदवई नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।बाद में तीनों को जेल भेज दिया गया है।डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के अनुसार 13 सितंबर को उनके पास इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता ने अपनी शिकायत दर्ज कराई थी।जिसमे बताया कि डेटिंग एप के जरिए उसकी दोस्ती नैंसी नाम की एक युवती से हुई थी।
दोस्ती के बाद उसने नजदीकियां बढ़ाईं।फिर मिलने जुलने का सिलसिला शुरू हो गया।बाद में उसने एक होटल में मिलने के लिए बुलाया।मुलाकात के दौरान युवती ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया।इसके बाद झांसा देकर एसयूवी कार लेकर भाग निकली।बाद में कानपुर के साउथ इलाके में मिलने के लिए बुलाया और पांच लाख रुपए की डिमांड रखी।जिसके बाद किदवई नगर पुलिस ने युवती और उसके गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करने का जाल बिछाया।पुलिस ने हनीट्रैप गिरोह में शामिल युवती से मिलने के लिए किदवई नगर के बरगदिया इलाके में अधिवक्ता को भेजा।
वहां पर युवती और उसके दो साथी पहले से मौजूद थे।पुलिस ने तीनों को दबोच लिया।पकड़े गए तीनों आरोपी प्रयागराज के रहने वाले हैं।इसमें नैनी विजयनगर पईसान की रहने वाली तनु,नैनी के पूरा फतेह मोहम्मद का रहने वाला सौरभ दत्त और हरबंश मोहाल का रहने वाला संजोग जायसवाल शामिल हैं।तनु सिंह ने नाम बदलकर कभी किसी को नैंसी तो कभी हर्षिता बनकर दोस्ती की और ब्लैकमेल करके रुपए और माल लेकर भाग गई।
अधिवक्ता ने बताया कि शातिर महिला ने उससे इस तरह से बात की और जाल में फंसाया कि उसे अहसास ही नहीं हुआ कि उसके साथ ठगी हो रही है।लड़की के झांसे में आकर वह होटल पहुंच गया।वहां पर धोखे से उसका अश्लील वीडियो बनाया गया।
उसके बाद युवती उसकी लग्जरी कार लेकर फरार हो गई।इसके बाद पांच लाख की डिमांड करने लगी।कानपुर में मिलने को बुलाया तो दूसरा जिला होने के चलते इज्जत का डर कुछ कम हुआ और पुलिस को मामले की जानकारी दी।इसके बाद पुलिस ने गिरोह का खुलासा कर दिया।