तिरुपति लड्डू विवाद: अयोध्या में भी मचा हड़कंप, राम मंदिर में भी आया था प्रसाद?
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट के आरोपों ने देश भर में हड़कंप मचा दिया है।
- तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मिलावट के आरोप
- राम मंदिर में भी आया था तिरुपति का लड्डू
- अयोध्या में जांच की मांग
- श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का बयान
एजेंसी,अयोध्या : तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट के आरोपों ने देश भर में हड़कंप मचा दिया है। इस विवाद का असर अयोध्या पर भी पड़ा है। दावा किया जा रहा है कि तिरुपति के लड्डू राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी भेंट किए गए थे।
राम मंदिर में भी आया था तिरुपति का लड्डू:
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने इस बात की पुष्टि की है कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान तिरुपति के लड्डू आए थे। उन्होंने कहा, “कितने लड्डू आए थे यह तो हमको नहीं पता ट्रस्ट को पता होगा, लेकिन जो भी लड्डू आया उसका प्रसाद बंटा, जो अब पता चल रहा है वह बहुत ही दूषित रहा। यह एक खतरनाक षड्यंत्र है।”
अयोध्या में जांच की मांग:
आचार्य सत्येंद्र दास के बयान के बाद अयोध्या में भी तिरुपति लड्डू को लेकर जांच की मांग उठी है। हनुमानगढ़ी समेत कई मंदिरों से आवाज उठी है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का बयान:
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने हालांकि जांच रिपोर्ट के इंतजार की बात कही है और कहा है कि श्री राम मंदिर में तो केवल इलायची दाना ही प्रसाद के रूप में बंटता है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, “हमसे कोई संबंध नहीं, हम तो इलायची दाना देते हैं। मैं तो अपने जीवन में कभी 1981 में तिरुपति गया था और इतनी दूर बैठकर मैं इसलिए टिप्पणी कर दूं कि सोशल मीडिया और मीडिया में आ रहा है यह मेरे लिए उचित नहीं है।”
विवाद की गंभीरता:
यह विवाद धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है और लोगों के विश्वास को चुनौती दे रहा है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।