दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष शिक्षण सामग्री से लैस हुए परिषदीय और कंपोजिट विद्यालय
समेकित शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब जिले के 1925 परिषदीय और कंपोजिट विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों को उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं और रुचियों के अनुरूप विशेष शिक्षण सामग्री (टीएलएम) के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।
कानपुर देहात। समेकित शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब जिले के 1925 परिषदीय और कंपोजिट विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों को उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं और रुचियों के अनुरूप विशेष शिक्षण सामग्री (टीएलएम) के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।
इसके लिए विद्यालयों में स्पर्शीय नक्शे, ब्रेल वर्णमाला, ड्राई इरेज बोर्ड, मैग्नेटिक बोर्ड जैसी विभिन्न प्रकार की शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। ये सामग्री दिव्यांग बच्चों को सीखने की प्रक्रिया में अधिक प्रभावी ढंग से शामिल होने में मदद करेंगी।
विशेष शिक्षण सामग्री की खासियतें:
- व्यक्तिगतकृत: बच्चों की अलग-अलग जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सामग्री तैयार की जाएगी।
- आकर्षक: रंगीन और आकर्षक चित्रों और मॉडलों के माध्यम से बच्चों को सीखने में मज़ा आएगा।
- स्पर्शीय: स्पर्श के माध्यम से सीखने में मददगार सामग्री जैसे स्पर्शीय नक्शे और ब्रेल वर्णमाला शामिल होंगे।
- पाठ्यक्रम आधारित: पाठ्यक्रम के अनुरूप सामग्री तैयार की जाएगी ताकि बच्चों को शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिल सके।
नोडल शिक्षकों की भूमिका:
नोडल शिक्षक आकर्षक और मल्टीसेंसरी टीएलएम तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वे इन सामग्रियों का उपयोग करके दिव्यांग बच्चों में प्रभावी संचार कौशल विकसित करने और विषय वस्तु को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे।
टीएलएम में शामिल सामग्री:
- स्पर्शीय नक्शे, ब्रेल वर्णमाला, ड्राई इरेज बोर्ड, मैग्नेटिक बोर्ड
- फ्लैशबोर्ड, शब्द कार्ड, गिनती कार्ड, शब्द-वाक्य चित्र
- फल-सब्जी, परिवहन के साधन, पशु-पक्षी मॉडल
- घर, स्कूल, मंदिर, मस्जिद, चर्च के मॉडल
- मैचिंग गेम और विभिन्न प्रकार के पजल्स
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि इस पहल से दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा में शामिल होने और अपने सपनों को पूरा करने में मदद मिलेगी।