ऑनलाइन माध्यम से ठगी करने वाले वांछित इनामियाँ शातिर चढ़े पुलिस के हत्थे,भेज गए जेल
अपराध नियंत्रण की दिशा में साइबर थाना पुलिस व रनियां थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए एसटीएफ के विगत डेढ़ वर्ष से वांछित 25000 रुपए पुरस्कार घोषित शातिर अपराधी को शुक्रवार को उसके साथी समेत गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा है।
ब्रजेंद्र तिवारी,पुखरायां। अपराध नियंत्रण की दिशा में साइबर थाना पुलिस व रनियां थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए एसटीएफ के विगत डेढ़ वर्ष से वांछित 25000 रुपए पुरस्कार घोषित शातिर अपराधी को शुक्रवार को उसके साथी समेत गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा है।पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति के निर्देशन में जनपद में अपराध नियंत्रण की दिशा में अपराध एवं अपराधियों की चेकिंग हेतु चलाए गए अभियान के क्रम में साइबर थाना पुलिस व रनियां थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए बीते गुरुवार की रात्रि मुखबिर की सूचना पर दो शातिर साइबर ठगों मोनू सिंह उर्फ मोना तथा जय सिंह निवासी आर्यनगर प्रथम मजरा फतेहपुर रोशनाई थाना रनियां धंजुआ प्लाईओवर रोड से करीब 300 मीटर दूरी पर धंजुआ रोड से दबोच लिया।पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ऑनलाइन ठगी के माध्यम से बीसी सखी सेंटर से निकाले गए 25000 रुपए,कुटरचित आधारकार्ड,बैंक दस्तावेज व दो अदद एंड्रॉयड मोबाइल बरामद कर लिए हैं।
पूंछतांछ में आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा ऑनलाइन माध्यम व कुटरचित दस्तावेज तैयार कर लोगों को बरगलाकर व भ्रमित कर ऑनलाइन ठगी की जाती है।बैंकों में फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी हस्ताक्षर कर खाते खुलवाकर आम लोगों को सिम बंद होने व एवं केवाईसी का सत्यापन कराने का झांसा देकर,पोर्न वीडियो देखने तथा फर्जी अधिकारी बनकर उनको वॉट्सएप के जरिए फर्जी आधार कार्ड भेजकर भ्रमित करके अपने बताए गए खातों में तथा बीसी सखी सेंटर चलाने वाले दुकानदारों के खातों में पैसे डलवाकर कैश के रूप में पैसे निकालकर इन पैसों का बंटवारा करते हैं और इसी से अपना जीवन यापन करते हैं।
साइबर ठगों की गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना कानपुर देहात हरमीत सिंह,प्रभारी निरीक्षक थाना रनियां मुकेश कुमार सोलंकी,एसएसआई जयप्रकाश,एस आई मोहित वर्मा, हेड कांस्टेबल संजय सिंह,कांस्टेबल नरेंद्र राणा,गणेश सिंह,बलजीत सिंह,कृष्ण कुमार का सराहनीय योगदान रहा।थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी ने बताया कि आरोपियों को न्यायालय भेज दिया गया है।